Mahaveer Jayanti celebration in Agra
आगरालीक्स …आगरा में महावीर जयंती पर निकाली गई रथयात्रा में हर दृष्टि श्रद्धाभाव से भरी थी। भगवान के जयकारों की गूंज और हजारों श्रद्धुओं की उपस्थिति। श्रीशांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर मानों भगवान की जन्मस्थली कुण्डलपुर बन गया। हाथों में मंगलआरती व पुष्प लेकर भक्त अपने भगवान की अलौकिक छवि देखने को व्याकुल थे। ढोल-ताथों और 12 बैंडों के साथ धूमधाम से तीर्थकर महावीर स्वामी जन्मकल्याण महोत्सव के तहत आयोजित रथोत्सव में हजारों श्रद्धालुओं ने भक्ति-भाव के साथ भाग लिया। नगर भ्रमण को निकले महावीर भगवान के दर्शन को जगह-जगह श्रद्धालु घंटों इंतजार करते थे। जयपुर हाउस स्थित श्रीशांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में प्रातः मंगलाचरण और 11 श्रीफल अर्पित कर सौधर्मइंद्रों ने भगवान को पांडुकशिला पर विराजमान किया। जगह-जगह रथयात्रा का पुष्पों की वर्षा व आरती करके स्वागत किया गया। रथयात्रा का प्रमुख आकर्षण था अजमेर से आया 30 फुट लम्बा, 22 फुट ऊंचा व 13 फुट चौड़ा स्वर्णगज रथ।
रथयात्रा का शुभारम्भ श्री विराग सागर जी महाराज, श्री विहर्ष सागर जी महाराज, श्रीमुनि विजेयश सागर महाराज के सानिध्य में मुख्य अतिथि नगर प्रमुख नवीन जैन ने हरी झंडी दिखाकर किया। आरती प्रदीप जैन (पीएनसी), संजय जैन व आगरा दिगम्बर जैन परिषद के अध्यक्ष अशोक जैन ने की। इससे पूर्व चक्रेश पार्टी द्वारा भगवान की जन्म लीलाओं का नाट्य मंचन किया गया। विशिष्ठ अतिथि स्वर्णगज जातार अजमेर के गजेन्द्र कुमार, अजय कुमार, विजय कुमार का साफा पहनाकर स्वागत किया गया। रथयात्रा की व्यवस्थाएं समिति के संयोजक, अजय बैनारा, सहसंयोजक पवन जैन, रथयात्रा संयोजक सुबोध पाटनी, अरविन्द जैन, राकेश जैन ने सम्भाली
माता-पिता के रूप में विराजमान थे अशोक व ऊषा जैन
मनमोहक रूप से पुष्पों से सजी छः बग्गियां, जिस पर भगवान के माता-पिता के रूप में अशोक-ऊषा जैन विराजमान थे। सौधर्मइंद्र के स्वरूप में पंकज जैन-छाया जैन, कुबेरइंद्र अजीत-ममता रावका, ईशानइंद्र सुरेन्द्र-सुनीता जैन, सानतइंद्र निर्मल-नीलम जैन, महेन्द्र इंद्र-कैलाश चंद्र-संतोष जैन विराजमान थे। स्वर्णगजरथ खवासी डॉ. सुरेश चंद्र जैन, सारथी अजय बैनारा, उपसारथी पंकज जैन, रवि जैन, रथकुबेर-राजकुमार बड़जात्या थे। घोड़े वाले रथ के खवासी जवाहरलाल सेठिया, सारथी बंगालीमल जैन थे। हाथी वाले रथ के खवासी सुरेश चंद पांड्या, सारथी रविन्द्र जैन, जिनवाणी रथके खवासी विजय स्वरूप भगवान की भक्ति करते हुए विराजमान थे।
अभिनन्द व पर्यावरण की झांकी रही आकर्ष का केन्द्र
अपने जांवाज हौंसलों से पाकिस्तान को मात देने वाले वीर जवान अभिनन्दन वर्धमान व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाली झांकी सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र रही। झांकी के माध्यम से लोगों को पेड़ लगाने व पानी बचाने का संदेश दिया। वहीं पंजाब (मोगा) का पाइपर बैंड के अनोके अंदाज में कलाकारों द्वारा किया गया प्रदर्शन सभी को लुभा रहा था। रथयात्रा में 25 आकर्षक झांकियां निकाली गईं।
यह था रथयात्रा मार्ग
रथयात्रा श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जयपुर हाउस से प्रारम्भ होकर प्रताप नगर चौराहा, जयपुर हाउ, एडीए ऑफिस, लोहामंडी बाजार से रेलवे फाटक से बांये मुड़कर किदवई पार्क से किदवई पार्क, सेंट जोंस चौराहा, नूरी गेट, सिंधी बाजार, फुब्बारा, किनारी बाजार, कसेरट बाजार, जौहरी बाजार, दरेसी नम्बर 1,2,3, छत्ता बाजार, कचहरी घाट, बेलनगंज, पथवारी, घटिया मंडी सईद खां होते हुए आयोजन स्थल एमडी जैन इंटर कॉलेज पर शाम 4 बजे पहुंची