प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक समारोह में 24 बहादुर बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर अपने संदेश में मोदी ने बच्चों से बिना थके, बिना रुके और बिना झुके अपने लक्ष्य की प्राप्ति में जुटे रहने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर आदमी के पास कम-से-कम एक बार दूसरों के लिए जान न्योछावर करने का मौका आता है, लेकिन हर आदमी के पास दूसरों के लिए जीने का अवसर उपलब्ध रहता है। हालांकि, बहुत कम लोग ऐसे होते हैं, जो इन चुनौतियों को स्वीकार कर पाते हैं।
त्याग व वीरता के लिए इन बच्चों की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि परिणाम की चिंता किए बगैर इन्होंने विपत्ति का डटकर मुकाबला किया। इन बच्चों की सबसे बड़ी खासियत ये है कि मुसीबत में भी इन्होंने साहस से काम लिया और इस प्रक्रिया में समाज के दूसरे लोगों के लिए भी उदाहरण बने।
पीएम ने कहा कि इन बच्चों की असली चुनौती अब शुरू होती है। प्रसिद्धि और सफलता से विचलित हुए बगैर इन्हें अपना मानसिक संतुलन बनाए रखना होगा। इस अवसर पर केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी भी मौजूद थीं।
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