रविवार को बैंगलूरू और हेदराबाद के बीच आईपीएल का फाइनल था। एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह के निर्देश पर मैच में बडे स्तर पर सट्टे की आशंका को देखते हुए अभियान चलाया गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रात को कमला नगर से न्यू आगरा थाना पुलिस ने कार में सट्टा खेलते दो भाई पकड़े। इनमें से एक पुराना सटोरिया है। पुलिस उसे थाना ले गई। उसके पास दो लाख रुपये मिले थे। इसकी सूचना मिलने पर सीओ हरीपर्वत अनुराग वत्स ने एसओ नितिन कसाना को पकडे गए सटोरियों को कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए, इसके बाद भी उन्हें छोड दिया गया। आरोप है कि उनसे दो लाख रुपये ले लिए गए और रिकवरी 27 हजार की दिखाई गई।
छोडने के बाद भी कहते रहे थाने में हैं आरोपी
इस मामले की शिकायत होने पर सोमवार सुबह सीओ अनुराग वत्स ने एसओ नितिन कसाना से पकडे गए सटोरियों के बारे में जानकारी मांगी, इस पर उन्होंने सटोरियों के थाने में होने की जानकारी दी, जबकि उन्हें छोडा जा चुका था। सीओ ने इसकी जांच कराई तो शिकायत सही निकली। इसके बाद पुलिस ने 27 हजार की रकम बदलकर फर्द में 1.97 लाख की। उसे जुए में थाने से जमानत देना बताया। सीओ की रिपोर्ट पर एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह ने एसओ नितिन कसाना को लाइन हाजिर कर दिया है।
एक्सप्रेसवे पर वसूली करने पर टीएसआई लाइन हाजिर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यमुना एक्सप्रेसवे पर वसूली करने पर टीएसआई को लाइन हाजिर कर दिया गया। रविवार को एक आईपीएस के रिश्तेदार कार से एक्सप्रेसवे होते हुए आगरा आ रहे थे। टोल प्लाजा पर तैनात टीएसआई ने ओवर स्पीड की बात कहते हुए उन्हें रोक लिया। इसके बाद दो हजार रुपये का चालान काटने की बात कही, लेकिन कार स्वामी को उक्त जुर्माने की राशि लिखी हुई रसीद नहीं दी। मामले की जानकारी आईपीएस ने एसएसपी को दी। एसएसपी ने बताया कि टीएसआई को लाइन हाजिर किया गया है।
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