हाथरसीलीक्स ….भोलेबाबा सत्संग में 116 की मौत के मामले में मुख्य सेवादार सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज। आयोजकों ने जूते चप्पल खेत में फेंकर साक्ष्य छिपाने के प्रयास किए गए। ( Hathras stamped live update : FIR lodged against Chief Sevadar Dev Prakash Madhukar & others)
हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलरई गांव में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से 116 की मौत हो गई, इसमें 108 महिलाएं और आठ बच्चे हैं। के मामले में थाना सिकंदराराऊ की चौकी पोरा के प्रभारी उपनिरीक्षक ब्रजेश पांडेय ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें कहा गया है कि फुलरई, मुगलगढ़ी के मध्य जीटी रोड सिकंदराराऊ में गुरु साकार विश्वहरि सूरपाल सिंह उर्फ भोलेबाबा के कार्यक्रम के लिए देव प्रकाश मधुकर पुत्र रामसिंह निवासी न्यू कॉलोनी दमदपुरा कस्बा सिकंदराराऊ, हाथरस ने अनुमति ली थी, कार्यक्रम में 80 हजार लोगों के आने की जानकारी दी गई थी।
2.50 लाख से अधिक लोग पहुंचे, भोले बाबा के गुजरने के बाद धूल समेटने से हुई भगदड़
कार्यक्रम में 2.50 लाख लोगों की भीड़ पहुंची, मंगलवार दोपहर दो बजे भोले बाबा का काफिला गुजरने के बाद लोग उनके मार्ग से धूल समेटने लगे। कार्यक्रम स्थल पर भीड़ अधिक थी, भीड़ के दबाव के चलते धूल लेने के लिए झुके अनुयायी दबने कुचलने लगे, चीख कुमार मच गई। जीटी रोड के दूसरी ओर करीब तीन मीटर हरे खेतों में भरे पानी व कीचड़ में लोग फंस गए, सेवादारों ने डंडे लेकर उन्हें रोक दिया। इससे दबाव और बढ़ता गया, भगदड़ मचने से महिलाएं और बच्चे कुलचने लगे। आयोजकों ने उन्हें बचाने के प्रयास नहीं किए।
साक्ष्य छिपाने के प्रयास
तहरीर में यह भी कहा गया है कि आयोजकों द्वारा भीड़ की संख्या छिपाई गई, 80 हजार की अनुमति लेकर 2.50 लाख अनुयायी बुला लिए गए। भगदड़ के बाद मौके पर पूछे अनुयायियों के छूटे सामान, कपड़े, जूते चप्पल उठाकर आस पास के खेत में फसल में फेंक कर साक्ष्य छिपाया गया। हादसे में निर्दोष लोगों की मौत हुई है। देव प्रकाश मधुकर पुत्र रामसिंह निवासी न्यू कॉलोनी दमदपुरा कस्बा सिकंदराराऊ, हाथरस सहित अन्य आयोजकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 110 126 2 223 238 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।