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सोमवार को तीन घंटे चले ऑपरेशन में तीन विभागों की टीम शामिल रही। यह एसएन का पहला ऑपरेशन है, भविष्य में इस तरह के ऑपरेशन किए जाएंगे।
केंद्रीय कारागार में निरुद्ध कैदी के पिट्यूटरी ट्यूमर था। आंखों की रोशनी कम होने के साथ सिर में दर्द रहता था। एमआरआइ में सामने आया कि ट्यूमर दिमाग को खून की आपूर्ति करने वाली नलिकाओं के बीच में है। ईएनटी विभाग के डॉ. गौरव खंडेलवाल ने बताया कि नाक के द्वारा दूरबीन विधि से ऑपरेशन किया गया। करीब तीन सेंटीमेटर के ट्यूमर को तीन घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद निकाला जा सका। ऑपरेशन के बाद मरीज ठीक है। उन्होंने बताया कि एसएन में इस तरह का यह पहला ऑपरेशन है। निजी अस्पतालों में पिट्यूटरी ट््यूमर के ऑपरेशन में 80 से एक लाख रुपये का खर्चा आता है। ऑपरेशन करने वाली टीम में न्यूरोसर्जन डॉ. सौरभ शर्मा, एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. त्रिलोकचंद, डॉ. अपूर्व मित्तल आदि शामिल रहे।
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