आगरालीक्स…मार्च तक देनी होगी इस सेशन की बकाया फीस…अप्रैल में फिर से शुरू हो जाएगा नया सेशन…टेंशन में पेरेंट्स-कैसे होगा मैनेज सबकुछ
आगरा में छोटे बच्चों के स्कूल 10 फरवरी से खुल रहे हैं. कक्षा 6 से 8 तक के बच्चे 10 फरवरी से स्कूल जा सकेंगे तो वहीं कक्षा 1 से 5 तक के स्कूल 1 मार्च से खोलने के आदेश सरकार दे चुकी है. इसको लेकर शासन ने गाइडलाइंस भी जारी कर दी है. इधर आदेश के बाद स्कूलों ने तैयारी भी शुरू कर दी है. बच्चों को स्कूल भेजने के मैसेज पेरेंट्स को भेजे जा रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई स्कूल में स्टार्ट हो रही है, इससे पेरेंट्स थोड़े खुश तो हैं लेकिन उनकी सबसे बड़ी टेंशन फीस को लेकर हो रही है.
फीस को लेकर टेंशन में पेरेंट्स
दयालबाग के रहने वाले जितेंद्र कुमार का कहना है कि उन्होंने इस सेशन में अभी तक केवल 6 माह की ही फीस जमा की है. मार्च में ये सेशन खत्म हो रहा है और इस सेशन की पूरी फीस मार्च तक जमा करनी होगी. लेकिन एक महीने बाद ही अप्रैल में फिर से नया सेशन स्टार्ट हो जाएगा. एडमिशन फीस से लेकर यूनिफाॅर्म, जूते, किताब-काॅपी सभी नया खरीदना होगा. ऐसे में आने वाले दोनों महीने उन्हें किसी न किसी तरह इन सबका इंतजाम करना होगा. बच्चों की पढ़ाई का मामला है.
खंदारी के रहने वाली ललितेश का कहना है कि घर में आजकल केवल बच्चों के स्कूल जाने और फीस को लेकर ही चर्चाएं चल रही हैं. फीस जमा करने के लिए स्कूल से मैसेज आ रहे हैं. हमारे दो बच्चे हैं और दोनों की पिछले तीन-तीन महीने की फीस बकाया है. पहले उन्हें देना होगा और फिर अप्रैल में नई क्लास की पढ़ाई शुरू हो जाएगी, उसके लिए भी अभी से सोचना पड़ रहा है.
सदर के रहने वाले राजकुमार का कहना है कि उन्होंने फीस जमा नहीं की तो उनके बच्चे को आॅनलाइन क्लास से वंचित कर दिया गया. अब दोबारा मैसेज आ रहे हैं बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर. अगर बच्चे स्कूल जाएंगे तो पूरे साल की फीस देनी पड़ सकती है. इसलिए हम तो अपने बच्चे को नये सेशन से ही पढ़ाई स्टार्ट कराएंगे. हालांकि उसके लिए भी अभी से सोच रहे हैं.
नगला पदी के रहने वाले आशीष वर्मा का कहना है कि सरकार अगर नये सत्र से ही स्कूल खोलती तो ज्यादा अच्छा रहता. हमारे बच्चों की पढ़ाई आॅनलाइन चली है. पूरी फीस भी जमा कर चुके हैं. लेकिन नये सत्र में आने वाले खर्चों को लेकर अभी से माथापच्ची करनी पड़ रही है. दो बच्चे हैं, उनकी एडमिशन की फीस, जूते, यूनिफार्म, बैग सबकुछ नया खरीदना है.