आगरालीक्स… आगरा में दीपावली पर बम पटाखे चलाने और दुकानों को लेकर डीएम प्रभु एन सिंह ने एनजीटी के आदेश के बाद रोक लगा दी है, आदेश के आने का इंतजार किया जा रहा है। तब तक के लिए बम पटाखों के अस्थायी लाइसेंस जारी करने पर रोक लगा दी है।
प्रदूषित शहरों में पटाखों पर रोक
आगरा में आठ नवंबर को एक्यूआई 458 रिकॉर्ड किया गया, यह दिल्ली से भी अधिक रहा, दिल्ली में एक्यूआई 416 रिकॉर्ड किय गया था। उधर, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दिल्ली-एनसीआर समेत देश के खराब वायु प्रदूषण वाले सभी शहरों में दीपावली पर पटाखों को चलाने पर रोक लगा दी है। ट्रिब्यूनल ने आज दिल्ली-एनसीआर में 30 नवंबर तक पटाखे चलाने पर रोक लगा दी है। ट्रिब्यूनल ने अपने आदेश में कहा है कि बाकी राज्यों में जहां वायु की गुणवत्ता ठीक नहीं, यानी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है, वहां भी पटाखे चलाने पर पाबंदी रहेगी। एनजीटी का कहना है कि जिन शहरों में वायु की गुणवत्ता ठीक है, वहां पटाखे चलाए जा सकेंगे।
आगरा में 12 स्थानों पर 286 बम पटाखों की लगनी थी दुकान
आगरा में दीपावाली पर 12 स्थानों पर बम पटाखों की 286 दुकानें लगनी थी, इसके लिए लाइसेंस दिए जा रहे थे , तीन दिन के लिए जिला प्रशासन द्वारा अस्थायी लाइसेंस दिए जाने थे, लाइसेंस की प्रक्रिया को अभी रोक दिया गया है।
डीएम पीएन सिंह ने स्पष्ट किया है कि एनजीटी ने बम पटाखों की बिक्री और उन्हें चलाने पर रोक लगा दी है, यह आदेश आगरा जैसे शहर पर भी लागू है जहां वायु प्रदूषण बहुत अधिक है। सरकार के आदेश का इंतजार किया जा रहा है तब तक के लिए आतिशबाजी के नए लाइसेंस और लाइसेंस के नवीनीकरण पर रोक लगा दी है। दीपावली पर तीन दिन के लिए जारी किए जाने वाले अस्थायी लाइसेंस पर भी रोक लगा दी गई है।
दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित आगरा
वायु प्रदूषण का स्तर वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई से आंका ताजा है, आठ नवंबर को दिल्ली का एक्यूआई 416 दर्ज किया गया, आगरा का एक्यूआई 458 रिकॉर्ड किया गया था । इस तरह आगरा दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित रहा।
ये हैं एक्यूआई के मानक
0 से 50 तक अच्छी
51 से 100 तक ठीक
101 से 200 तक औसत
201 से 300 तक बुरी
301 से 400 तक बहुत बुरी
401 से अधिक स्वास्थ्य के लिए घतरनाक