आगरालीक्स…आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक मेट्रो के 14 ऐलिवेटेड स्टेशन बनेंगे. कास्टिंग यार्ड में यू-गर्डर की कास्टिंग हुई शुरू..पूरे रूट के लिए 940 यूगर्डर बनेंगे…जानिए इनके प्रयोग संबंधित पूरी जानकारी
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा दूसरे कॉरिडोर हेतु डौकी स्थित कास्टिंग यार्ड में यू-गर्डर की कास्टिंग का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान आगरा मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारीयों ने पूजा-अर्चना करने के बाद पारंपरिक तरीके से नारियल फोड़कर कास्टिंग की शुरूआत की। बता दें कि 28 मीटर लंबे इस यू-गर्डर का वजन लगभग 165 टन है। यह यू गर्डर पारंपरिक तौर पर प्रयोग होने वाले बॉक्स गर्डर की तुलना में ज्यादा प्रभावी एवं उपयोगी है। अंग्रेजी अक्षर ‘यू’ जैसा आकार होने के कारण इसके दोनों छोर पर अधिक जगह मिलती है, जिससे यहां आसानी से सिग्नलिंग उपकरण लगाये जा सकते हैं। इसके साथ ही यू-गर्डर के प्रयोग से न सिर्फ समय की बचत होती है बल्कि निर्माण लागत में भी कमी आती है।
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प्रीकास्ट तकनीक के जरिए कास्टिंग यार्ड में यू-गर्डर का निर्माण किया जाता है। इसके बाद ट्रक के जरिए यू- गर्डर को साइट पर ले जाकर क्रेन की मदद से दो पिलर्स के बीच में रखा जाता है। इस तकनीक के जरिए निर्माण स्थल के आसपास राहगीरों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता। आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बन रहे दूसरे कॉरिडोर में लगभग 940 यू गर्डर का प्रयोग किया जाना है। डौकी स्थित कास्टिंग यार्ड में पीयरकैप आदि की कास्टिंग भी की जाएगी।
गौरतलब है कि ताजनगरी आगरा में 29.4 कि.मी. लंबे दो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कुल 27 स्टेशन हैं। 14 कि.मी. लंबे प्रथम कॉरिडोर का निर्माण ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों है, जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन हैं। इस कॉरिडोर में 6 कि. मी. लंबे प्रायोरिटी सैक्शन में सफलतापूर्वक मेट्रो का संचालन किया जा रहा है। वहीं, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के मध्य लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर में 14 एलिवेटेड स्टेशनों का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
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