आगरालीक्स…आगरा में मेट्रो पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए बेहतर विकल्प बनेगी? बस, आटो, ई रिक्शा में क्षमता से अधिक भरी जाती हैं सवारियां. मेट्रो आएगी तो क्या मनमानी पर लगेगी रोक…क्या है आपकी राय. जानिए कितना पूरा हो चुका है मेट्रो का काम…
आगरा में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए कई साधन उपलब्ध हैं.. जिनमें बसें, टैक्सी, ट्रेन, ई रिक्शा और तांगा तक शामिल हैं। यूपीएसआरटीसी (उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम) द्वारा आगरा में हाल ही पब्ल्कि ट्रांसपोर्टेशन को बेहतर बनाने के लिए इलैक्ट्रिक बसें भी संचालित की गई हैं. लेकिन इसके बावजूद आगराइट्स आगरा में मौजूद पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन से ज्यादा खुश नहीं रहते हैं. इसका बड़ा कारण है आटो, बसें, ई—रिक्शा में जरूरत से ज्यादा सवारियों को भरकर ले जाना. आटो में 4 सवारियों को ही ले जाने की अनुमति है लेकिन आटो चालक 7 सवारियां तक आटो में लेकर चलते हैं. ऐसे में आटो में सफर करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यही हाल ई—रिक्शा और बसों को लेकर भी है. इलैक्ट्रिक बसें संचालित होने से एमजी रोड होकर जाने वाले लोगों को कुछ हद तक इस समस्या से छुटकारा तो मिला है, लेकिन चालकों द्वारा जगह—जगह सवारियां लेने के लिए बसों को रोकना पड़ता है जिसके कारण आफिस या जरूरी काम से जाने वाले लोग समय से नहीं पहुंच पाते हैं.
मेट्रो बनेगी बेहतर विकल्प
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा आगरा में इस समय मेट्रो प्रोजेक्ट काफी तेजी से चल रहा है. इसके प्रॉयारिटी कॉरिडोर का काम चल रहा है. इसके वर्ष 2026 तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है. लेकिन उससे पहले ही कुछ स्टेशनों पर काम पूरा करके इसका ट्रायल शुरू किया जा सकता है. आगरा के रहने वाले लोगों का कहना है कि मेट्रो आगरा में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन का बेहतर विकल्प बनेगी. इसके कारण लोगों को सबसे बड़ी समस्या जाम से छुटकारा मिलेगा. हर पांच मिनट में स्टेशन पर मेट्रो उपलब्ध होने की बात कही जा रही है, ऐसे में लोगों को समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचने में भी आसानी होगी और उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
आगरा मेट्रो का इतना काम हुआ कम्पलीट
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने आगरा मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में सभी 171 पियर (पिलर) का निर्माण पूरा कर लिया है। 07 दिसंबर, 2020 को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगरा मेट्रो रेल परियोजना के शुभारंभ के बाद महज 15 महीनों में पिलर का निर्माण पूरा किया है। यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने इस उपलब्धि के लिए आगरा मेट्रो टीम की सराहना की है। यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा कि 07 दिसंबर, 2020 को आगरा मेट्रो रेल परियोजना के शुभारंभ के बाद महज 15 महीनों में 684 पाइल, 171 पाइलकैप सहित 171 पियर (पिलर) का निर्माण पूरा कर लिया गया है। श्री कुमार केशव ने कहा कि अबतक आगरा मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में लगभग 60 प्रतिशत सिविल निर्माण कार्य पूर्ण हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल से अन्य सिस्टम पर काम शुरू किया जाएगा। कुमार केशव ने कहा कि आगरा मेट्रो का निर्माण तेज गति के साथ जारी है, ऐसे में निर्धारित समय पर शहरवासियों को आगरा मेट्रो की सुविधा का लाभ मिलेगा।
बता दें कि ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे आगरा मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड भाग में 684 पाइल, 171 पाइलकैप एवं 171 पियर (पिलर) का निर्माण पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही ऐलिवेटिड भाग में सभी तीन स्टेशन ताज ईस्ट गेट, बसई एवं फतेहाबाद रोड तेजी से आकार ले रहे हैं। प्रथम स्टेशन ताज ईस्ट गेट का बुनियादी ढांचा तैयार होने के बाद फिनिशिंग कार्य शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही बसई व फतेहाबाद रोड पर तेज गति के साथ प्लेटफॉर्म लेवल का निर्माण किया जा रहा है।
ये है आगरा मेट्रो का पूरा प्रोजेक्ट
गौरतलब है कि ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलीवेटिड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए पीएसी परिसर में डिपो का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे। इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो का निर्माण किया जाएगा।