Agra News: 48 hours before the wedding, the entire family including the bride disappeared…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में शादी से 48 घंटे पहले दुल्हन सहित उसका पूरा परिवार गायब. दूल्हा पक्ष के उड़े होश. रिश्ता गरीब लड़की से होने पर दिए थे 80 हजार रुपये कैश…..
16 अप्रैल को तय थी शादी
आगरा में शादी के नाम पर धोखाधड़ी और ठगी करने का एक मामला सामने आया है. शादी से 48 घंटे पहले ही दूल्हन और उसका परिवार गायब हो गया है. फोन मिलाने पर स्विच आफ जा रहा है. दुल्हन का घर और उसका पता सबकुछ फर्जी निकला. यह देखते ही दूल्हा और उसके पक्ष के लोगों के होश उड़ गए हैं. घर में शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं. शादी के कार्ड पहले ही बंट चुके हैं. मैरिज होम बुक हो चुका है. बैंड बाजे के भी एडवांस जा चुके हैं. ऐसे में शादी से 48 घंटे पहले दूल्हन पक्ष के लोगों के गायब होने पर पीड़ित पक्ष ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दो मार्च हो हुई थी सगाई
मामला थाना जगदीशपुरा के आवास विकास कॉलोनी सेक्टर एक में रहने वाले युवक का है. युवक ने अपनी कार कैब कंपनी में लगा रखी है. कुछ समय पहले उसके एक परिचित के माध्यम से उसके पास एक रिश्ता आया. लड़की वालों ने खुद को खेरा राठौर का रहने वाला बताया और वर्तमान में सिकंदरा के राधा नगर में किराए पर रहते हैं. लड़की पसंद आने पर रिश्ता तय हो गया और दो मार्च को इनकी सगाई भी हो गई. सगाई में लड़की को कपड़े, गहने और कैश भी दिए गए.
एनजीओ संचालक ने बताया था रिश्ता
पीड़ित पक्ष के अनुसार उनको यह रिश्ता एक एनजीओ संचालक के जरिए मिला था. एनजीओ संचालक दंपत्ति ने कहा था कि लड़की बहुत गरीब परिवार से है ऐसे में उनकी ओर से भी शादी में आने वाले खर्च का इंतजाम करना होगा. एनजीओ संचालक ने उनसे 80 हजार रुपये लड़की वालों को दिला दिए. दुल्हा पक्ष ने यह रकम आनलाइन खाते के जरिए ट्रांसफर कर दी. यही नहीं दुल्हन को उसके पसंद के महंगे सूट अरौर लहंगे भी खरीदकर दिए. शादी 16 अप्रैल को तय की गई.
11 अप्रैल के बाद बंद हुए फोन
लड़के पक्ष के अनुसार सगाई के बाद से लड़की लगातार संपर्क में थी. उसका दूल्हा व परिवार के अन्य सदस्यों से लगातार बात हो रही थी लेकिन 11 अप्रैल की दोपहर से लड़की और उसके परिवार के सभी फोन बंद आना शुरू हो गए. रात तक मोबाइल मिलाया गया जब कोई संपर्क नहीं हुआ तो एनजीओ संचालक के पास फोन किया गया लेकिन एनजीओ ने भी फोन नहीं उठाया. 12 अप्रैल तक पूरे दिन फोन मिलाने और संपर्क करने की लगातार कोशिश के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो दूल्हे पक्ष के लोगों को कुछ शक हुआ. वह सिकंदरा के राधा नगर पहुंचे लेकिन वहां उन्हें पता चला कि इस नाम का यहां कोई नहीं रहता. बाद में वे सभी खेरा राठौर पहुंचे लेकिन वहां कई प्रधान से पता चला कि लड़की और उसके परिजनों का नमा पता फर्जी है. यह जानते ही दूल्हा पक्ष के होश उड़ गए.
घर में शादी का माहौल था. करीबी रिश्तेदार घर आ चुके हैं. शादी की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं. मैरिज होम भी बुक हो चुका है, लेकिन 48 घ्ंटे पहले हुई इस घटना ने उनके होश उड़ा दिए हैं. धोखाधड़ी का शिकार होने पर परिजनों ने थाना जगदीशपुरा पहुंचकर तहरीर दी है. उन्होंने एनजीओ संचालक के खिलाफ भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.