आगरालीक्स….बम बम भोले के जयकारों के साथ शुरू हुआ राजेश्वर मंदिर मेला. रूट डायवर्जन भी जारी. सोमवार को करीब 5 लाख भक्त करेंगे दर्शन. चमत्कारिक है ये मंदिर. पढ़ें पूरी खबर
सावन के पहले सोमवार को लेकर आज शाम को राजपुर चुंगी स्थित ऐतिहासिक भव्य राजेश्वर महादेव मंदिर का मेला शुरू हो गया है. श्रावण मास के पहले सोमवार को प्रसिद्ध एवं प्राचीन राजेश्वर मेले का उद्घाटन केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने किया. साथ ही केशवानंद जी महाराज जी से आशीर्वाद लिया. सोमवार को लगभग 5 लाख शिवभक्त मंदिर में भोले बाबा के दर्शन लाभ लेंगे. भगवान शिव का दुग्धाभिषेक के साथ ही इस मेले का शुभारंभ हो गया. मंदिर परिसर में बम—बम भोले के जयकारे गूंज उठे. इसके साथ ही रूट डायवर्जन भी जारी हो गया है. मंदिर के बाहर और अंदर सुरक्षा व्यवस्था काफी चौकस की गई है.
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पहले सोमवार को राजेश्वर मंदिर पर मेला लगेगा, इसके साथ ही शहर के चारो कोनों पर स्थित शिवालयों में भव्य मेले का आयोजन किया जाएगा, दूसरे सोमवार को बल्केश्वर महादेव मंदिर पर मेला लगेगा और आगरा की परिक्रमा लगाई जाएगी.
कब कहां मेला
10 जुलाई: राजेश्वर महादेव मेला
17 जुलाई: बल्केश्वर महादेव मेला
24 जुलाई: कैलाश महादेव मेला
31 जुलाई: पृथ्वीनाथ महादेव मेला
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दिन में तीन बार रंग बदलते हैं राजेश्वर महादेव
आगरा के शमसाबाद रोड स्थित राजेश्वर महादेव मंदिर है. मान्यता है कि यहां विराजमान महादेव दिन में तीन बार रंग बदलते हैं. इसका इतिहास करीब 900 वर्ष पुराना बताया गया है. ऐसा कहा जाता है कि एक बार साहूकार नर्मदा नदी से शिवलिंग लेकर आ रहे थे. गांव से पहले उन्होंने रात्रि विश्राम के लिए एक जगह बेलगाड़ी रोक दी. रात्रि में सपने में भगवान ने कहा कि कि शिवलिंग को इसी स्थान पर स्थापित कर दो. लेकिन साहूकार यह नहीं चाहता था. इसलिए उसने सुबह बैलगाड़ी में रखने के लिए शिवलिंग को जमीन से उठाकर ले जाने का प्रयास किया गया, तो बैलगाड़ी आगे ही नहीं बढ़ रही थी. कई गाड़ी और दर्जनों लोगों के प्रयास के बाद भी गाड़ी का पहिया आगे नहीं बढ़ा. इसी खींचतान के दौरान शिवलिंग जमीन पर गिर गई और वहीं स्थापित हो गई. इसके बाद पांच गांव के लोगों ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया. जिसमें गांव उखर्रा, राजपुर, बाग राजपुर, चमरौली और कहरई सम्मलित हैं. मंदिर की सेवा के लिए 24 बीघा जमीन भी जमीदारों द्वारा दी गई थी.