Agra News : Along with cold, fever cases have also increased in the city, patients of respiratory and chronic diseases are also troubled…#agra
आगरालीक्स…सात दिन में ठीक हो रहा सीजनल बुखार, खांसी करा रही 14 दिन इंतजार, कमजोर इम्युनिटी वाले रहें सतर्क, सांस और पुरानी समस्या वालों की परेशानी भी बढ़ी
आगरा में सीजनल चेंज का असर सेहत पर पड़ रहा है। सामान्य बुखार भी ठीक होने में सात दिन ले रहा है। वहीं खांसी जाने में समय ले रही है। चिकित्सकों के मुताबिक आधे दिसंबर के बाद मौसम में तीव्र बदलाव से सांस और पुरानी समस्याओं के मरीज सामने आ रहे हैं। इन मरीजों को खुद से दवाएं न लेने की सलाह दी जा रही है।
मौसम में बदलाव आने के साथ ही सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम फैल रहा है। कमजोर इम्युनिटी वालों में इसका असर ज्यादा दिख रहा है। ऐसे मरीजों को ठीक होने में सामान्य मरीजों से अधिक समय लग रहा है। वरिष्ठ फिजीशियन डाॅ. अतुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि कमजोर इम्युनिटी वाले पहले तो वायरल इन्फेक्शन की चपेट में आते हैं फिर इनमें सैकेंडरी इनफेक्शन हो जाता है। इससे तीन से चार दिन में ठीक होने वाला बुखार जाते-जाते सात दिन ले रहा है। इसके अलावा खांसी दो सप्ताह में भी नहीं जा रही है।
एसएन मेडिकल काॅलेज के डाॅ. जीबी सिंह बताते हैं कि सांस के मरीज भी ठंड बढ़ने पर ही सामने आते हैं। दिवाली की आतिशबाजी में बढ़े प्रदूषण का असर भी कुछ दिन बाद सामने आता है। पिछले चार से पांच दिन में ही सर्दी बढ़ी है। कोहरा और वायु प्रदूषण मिलकर सांस के मरीजों की तकलीफ बढ़ा सकते हैं।
शहर के प्राइवेट क्लीनिकों पर इन दिनों कुल मरीजों में 25 फीसद सर्दी, खांसी और बुखार के हैं। बुखार सात से 10 दिनों में खुद ही ठीक हो जाता है। कई मरीजों में वायरल तो ठीक हो रहा है लेकिन खांसी नहीं जा रही है। इसका कारण है कि कई बार वायरल के बाद बैक्टीरियल इनफेक्शन भी हो जाता है, जिससे नेजल ब्लाॅक होता है और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। कई ऐसे मरीज भी हैं जो पहले कहीं दिखाकर आ रहे हैं। आराम न मिलने पर डाॅक्टर बदल रहे हैं। इन मरीजों को दवा की डोज बढ़ानी और बदलनी पड़ती है।
डाॅक्टरों की सलाह है कि किसी भी शारीरिक समस्या को मामूली समझकर खुद की डाॅक्टरी शुरू न करें। दवाएं भी खुद से न लें। डाॅक्टर से परामर्श के बाद ही कोई दवा लें।