Agra News: Children are being affected the most by seasonal diseases…#agranews
आगरालीक्स…हैलो….आपके बच्चे की तबियत ठीक नहीं है. स्कूल आकर इसे ले जाएं. मौसमी बीमारियों से सबसे अधिक बच्चे हो रहे प्रभावित. स्कूलों में हो रहे बीमार. जानें कैसे रखें उनका ख्याल
हैलो…आकाश के फादर बोल रहे हैं…
जी हां!
मैं आपके बच्चे के स्कूल की टीचर बोल रही हूं
आकाश की तबियत खराब है. पेट में दर्द की शिकायत बता रहा है. आप आएं और बच्चे को ले जाएं.
आगरा के स्कूलों में कुछ इसी तरह के फोन और मैसेजेस बच्चों के पेरेंट्स को आ रहे हैं. किसी बच्चे को पेट में दर्द की शिकायत हो रही है तो किसी को खांसी जुकाम. कोई उमस के कारण बेहोश हो रहा है तो किसी को वायरल बुखार है. मौसम में बदलाव से बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे हैं. पिछले दिनों बारिश के कारण जलभराव और तापमान में उतार-चढ़ाव के चलते संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. जिला अस्पताल में प्रतिदिन सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, उल्टी-दस्त और पेट संबंधी बीमारियों से पीड़ित काफी संख्या में बच्चे उपचार के लिए पहुंच रहे हैं. इसके अलावा निजी अस्पतालों में बीमार बच्चों की संख्या इतनी अधिक पहुंच रही है कि सुबह का नंबर शाम तक आ रहा है. शहर के बाल रोग विशेषज्ञों के पास इन दिनों भीड़ बढ़ गई है. मौसम बदलने तथा जगह-जगह जल-जमाव के कारण बच्चे संक्रामक बीमारियों की चपेट में आने से बीमार हो जा रहे हैं. इसमें सर्दी, जुकाम, खुजली, खांसी, सांस फूलना और निमोनिया आदि से पीड़ित बच्चे शामिल हैं.
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अरूण जैन और जेएन टंडन का कहना है कि मौसम बदलने से बच्चे वायरल की चपेट में आ रहे हैं. इन दिनों सबसे अधिक वायरल बुखार, खांसी, उल्टी-दस्त और खून की कमी से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं. मौसम बदलने के चलते इस समय बच्चों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. परिवार में कोई व्यक्ति बीमार है तो बच्चों को उससे दूर रखें.
यह बरतें सावधानी
साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें.
बारिश में बच्चों को भीगने न दें.
गंदे पानी में न जाने दें.
बीमार लोगों से बच्चों को दूर रखें.
आइसक्रीम, शीतल पेयपदार्थ, बाहर का सामान, बर्फ, ठंडा पानी न दें.
पूरी आस्तीन का कपड़ा पहनाएं और मच्छरदानी का प्रयोग करें.
मौसम बदलने से वायरल इंफेक्शन होता है और इम्यूनिटी कम हो जाती है, जिससे बैक्टीरिया का संक्रमण तेज हो जाता है। इस समय अस्पताल में वायरल बुखार, खांसी, सर्दी, उल्टी-दस्त आदि के मरीज सर्वाधिक आ रहे हैं। बच्चों के इलाज में लापरवाही न बरतें.
- जेएन टंडन, बाल रोग विशेषज्ञ