आगरालीक्स…आगरा में घर आया युवा इंजीनियर दीपक मखीजा का शव. मां और बूढ़े दादा—दादी रो—रोकर हो रहे बेहोश. समुद्र में डूबने से हुई थी मौत…
आगरा के युवा इंजीनियर दीपक मखीजा का शव आज आगरा उनके आवास विकास स्थित घर पर पहुंच गया. दीपक के शव को देखते ही मां और बूढ़े दादा—दादी होश खो बैठे और रो—रोकर बार बार बेहोश हो रहे हैं. शव आने पर आसपड़ोस के लोग भी यहां पहुंच गए और हर किसी की आंख नम दिखी. इंजीनियर का शव को पुडुचेरी से लेने के लिए पापा, भाई समेत पांच लोग गए थे.
आवास विकास कॉलोनी सेक्टर चार निवासी 22 वर्षीय दीपक मखीजा बेंगलूरू की मल्टीनेशनल कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर थे. वे शनिवार को अपने दोस्तों के साथ बाइक से बेंगलुरू से पुडुचेरी के लिए निकले थे. दोपहर को वे पुडुचेरी पहुंच गए.
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दोपहर तीन बजे मां को फोन, साढ़े चार बजे डूबे
दीपक मखीजा ने पुडुचेरी से अपनी मां को शनिवार दोपहर करीब तीन बजे फोन किया और अपने पुडुचेरी पहुंचने की जानकारी दी. इसके बाद दीपक दोस्तों के साथ समुद्र पर पहुंच गए. शाम साढ़े चार बजे अचानक समुद्र की तेज लहरों में बहते हुए चले गए. वीडियो बना रहे दोस्त पहले इसे मजाक समझते रहे लेकिन जब तक वो इस घटना को समझते तब तक समुद्र की लहरें दीपक को अपने साथ ले जा चुकी थीं.
सवा पांच बजे दोस्तों ने दी डूबने की जानकारी
घटना के करीब पौन घंटे बाद दीपक के दोस्तों ने उसके समुद्र में डूबने की जानकारी उसके घर आगरा में दी. दीपक के साथ हुई इस घटना से परिवार वालों में चिंता छा गई और कोहराम मच गया. परिवार के कुछ लोग तुरंत पुडुचेरी के लिए रवाना हो गए.
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20 घंटे बाद मिला शव
इधर घटना के बाद पुडुचेरी पुलिस गोताखोरों की मदद से दीपक की तलाश में जुटी रही. 20 घंटे बाद रविवार दोपहर को दीपक का शव पुलिस ने समुद्र से खोज निकाला. इधर परिवार के लोग भी पुडुचेरी पहुंच चुके थे. दीपक की मौत की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया.
एक साल पहले ही ज्वाइन की थी कंपनी
दीपक मखीजा के पिता तुलसीराम का राजा की मंडी रेलवे स्टेशन के पास कृष्णा होटल है. दीपक उनका सबसे बड़ा बेटा था और उसने जालंधर के इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की थी और एक साल पहले ही उसका बेंगलुरु की एक मल्टी नेशनल कंपनी में जॉब लगी थी.