आगरालीक्स (18th October 2021 Agra News)… ई बाइकों के शोरूम में बढ़ी पूछताछ. लोग पूछ रहे, भाईसाहब एक चार्जिंग में कितनी चलती है ई—बाइक. बरसात में बंद तो नहीं हो जाती.
पेट्रोल 102 रुपये से प्रति लीटर से आगे बढ़ गया है। ऐसे में लोगों का अब ई—बाइक की तरफ रूझान तेजी से बढ़ गया है। ई—बाइक के शोरूमों में एजेंटों से लोगों की पूछताछ बढ़ गई है। वितरक शोरूम वाले जवाब देते—देते परेशान हैं।
ये सवाल पूछ रहे लोग
एक शोरूम पर सेल्स एजेंट ने बताया कि लोग अब सबसे पहले यह सवाल करते हैं कि एक बार चार्जिंग में कितनी बाइक चल जाएगी। कितने किलोमीटर तक बाइक जाएगी। बिजली की कितनी यूनिट एक बार में लग जाएंगी। इसके अलावा बैटरी की स्थिति क्या है। बरसात में यह बंद तो नहीं हो जाएगी।
सदर बाजार स्थित हीरो इलेक्ट्रिक के वितरक शंकर लाल एंड संस के संचालक दिलीप गर्ग ने बताया कि पहले ई बाइक को बेचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। लोग इसे खरीदने को तैयार नहीं थे। लेकिन अब स्थिति दूसरी है। लोग खुद ही आकर इसकी पूछताछ कर रहे हैं। इसके अलावा अब पर्याप्त स्टॉक तक नहीं मिल रहा। दिवाली पास है। ऐसे में उन्होंने कंपनी से आपूर्ति बढ़ाने को कहा है। उन्होंने बताया कि लगभग सभी वितरक शोरूमों में यही स्थिति है।
कमला नगर के रहने वाले ई बाइक यूजर मुकेश गर्ग ने बताया कि पेट्रोल महंगा होने से उन्होंने ई बाइक की ओर रुख किया। यह बाइक बिना शोर के चलती है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह एक बार की चार्जिंग में 60 किलोमीटर से ज्यादा का सफर पूरा कर लेती है। चार्जिंग में चार घंटे तक लगते हैं। उन्होंने बताया कि सही मायने में अगर देखें तो हर तीसरे दिन वह उसे चार्ज करते हैं। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी बात यह है कि लेथियम बैटरी का बैकअप काफी अधिक है। इसकी तीन साल की गारंटी है।
प्रदूषण शून्य, पर्यावरण का रख रहे ध्यान
यमुनापार के रहने वाले 65 साल के सतीश चंद अग्रवाल ने बताया कि ई बाइक लेने के बाद से अब उन्हें पेट्रोल पंप पर लंबी—लंबी लाइनों में नहीं लगना पड़ता। सबसे बड़ी बात यह है कि इससे प्रदूषण नहीं होता। बिना आवाज के यह चलती है। एक बार की चार्जिंग में यह तीन से अधिक दिन तक चल जाती है। वह केवल घर से दुकान तक जाते हैं, ऐसे में यह काफी आरामदायक है। उन्होंने बताया कि पेट्रोल की बाइकें कार्बन मोनोक्साइड, बिना जले हुए हाइड्रो कार्बन्स और ऑक्साइड ऑफ नाइट्रोजन से वातावरण को दूषित करती हैं।
ऐसे चलती है इलेक्ट्रिक गाड़ी
इसके मुख्य पार्ट है बैटरी, कंट्रोलर और मोटर (एसी या डीसी)। बैटरी से निकली हुई पावर कंट्रोल के माध्यम से मोटर को रोटेट करती है। व्हीकल चलने लगता है। हैवी व्हीकल्स में एसी मोटर ही प्रयोग करनी होगी। इसके लिए कंट्रोलर के साथ इंवर्टर भी लगाया जाता है। जो कि डीसी पावर को एसी पावर बदल देता है। इससे मोटर को ज्यादा टोर्क मिलता है। और यह अधिक लोड लेने में सक्षम हो जाती है। टू व्हीलर इंडस्ट्री डीसी मोटर का ही प्रयोग करती है। इसे बीएलडीसी मोटर कहते हैं।