आगरालीक्स…आगरा का ऐतिहासिक श्री राजेश्वर महादेव मंदिर पर मेला शुरू. 800 साल पुराने इस मंदिर में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग..पढ़ें मंदिर का इतिहास…
आगरा का प्रसिद्ध श्री राजेश्वर महादेव मंदिर मेला आज से शुरू हो गया. सावन के पहले सोमवार को लगने वाले इस मेले का उद्घाटन आज शाम को केशवानंद महाराज ने पूजा अर्चना कर किया. इस मौके पर भगवान शिव और माता पार्वती की झांकी भी निकाली गई. 800 वर्ष से अधिक पुराने इस महादेव मंदिर पर हर वर्ष सावन के पहले सोमवार को मेला लगता है. रविवार शाम से ही हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का यहां आना शुरू हो गया है. देश के कोने—कोने से शिवभक्त यहां पहुंचकर मन्नतें मांगते हैं.
ये है मंदिर का इतिहास
राजेश्वर मंदिर करीब 850 से 900 वर्ष पुराना है और इसका इतिहास भी बड़ा ही रोचक है. मंदिर के महंत और मंदिर प्रबंधन कमेटी से जुड़े हुए लोग बताते हैं कि इस मंदिर में शिवलिंग की स्थापना राजाखेडा के एक साहूकार ने करवाई थी. मान्यता है कि साहूकार नर्मदा नदी से शिवलिंग लेकर आ रहे थे. गांव से पहले उन्होंने रात्रि विश्राम के लिए एक जगह बेलगाड़ी रोक दी. रात्रि में उन्हें सपना आया कि कि जिसमें साहूकार को बताया गया कि शिवलिंग को इसी स्थान पर रहना है. इसके बाद जब सुबह बेलगाड़ी में रखने के लिए शिवलिंग को जमीन से उठाकर ले जाने का प्रयास किया गया तो बैलगाड़ी आगे ही नहीं बढ़ी. कई गाड़ी और दर्जनों लोगों के प्रयास के बाद भी गाड़ी का पहिया आगे नहीं बढ़ सका. जिसके बाद शिवलिंग जमीन पर गिर गई और वहीं पर शिवलिंग ने अपना स्थान ले लिया. इसके बाद पांच गांव के लोगों ने मिलकर मंदिर का निर्माण कराया, जिसमें गांव उखर्रा, राजपुर, बाग राजपुर, चमरौली और कहरई सम्मलित हैं.
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दिन में तीन बार बदलता है रंग
आगरा शहर की सभी प्राचीन मंदिरों में से दूधिया रंग की शिवलिंग राजेश्वर महादेव मंदिर पर ही है. इसकी अद्भुता और महत्व इस बात से लगाई जा सकती है कि यह शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलती है. भोर की पहली किरण के साथ जब दर्शन किए जाते हैं, तो ये दूधिया सफेद होती है. सुबह की पूजा के बाद जब दोपहर में इस शिवलिंग के दर्शन किए जाएं तो इस दूधिया शिवलिंग पर नीले रंग की धारियां आ जाती हैं. वहीं शाम की आरती के समय जब भक्त पूजन के लिए आते हैं, तो भक्तों को गुलाबी रंग के शिवलिंग के दर्शन होते हैं.
इस तरह पड़ा राजेश्वर मंदिर का नाम
महंत बताते हैं कि इस शिवलिंग को राजाखेड़ा की ओर ले जा रहे थे तब यह शिवलिंग यहीं पर स्थापित हो गया तो राजाखेड़ा नाम का अर्थ निकाला गया. राजा + स्वर्ग निकला इसलिए दोनों को जोड़कर इस मंदिर का नाम राजेश्वर महादेव मंदिर रख दिया गया.
दूसरे सोमवार लगेगी ऐतिहासिक शिव परिक्रमा
आगरा में सावन माह के दूसरे सोमवार को ऐतिहासिक शिव परिक्रमा भी लगाई जाती है. दूसरे सोमवार को बल्केश्वर स्थित बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर पर मेला लगाया जाता है और रविवार शाम से ही शहर के चारों कोनो पर स्थित राजेश्वर महादेव मंदिर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, कैलाश महादेव मंदिर और बल्केश्वर महादेव मंदिर के साथ ही आगरा के बीचोंबीच स्थित श्रीमनकामेश्वर महादेव मंदिर और रावली महादेव की परिक्रमा लगाई जाएगी.
सावन का पहला सोमवार- 18 जुलाई राजेश्वर मंदिर
सावन का दूसरा सोमवार- 25 जुलाई बल्केश्वर मंदिर परिक्रमा लगेगी
सावन का तीसरा सोमवार- 01 अगस्त श्री कैलाश मंदिर
सावन का चौथा सोमवार- 08 अगस्त प्रथ्वीनाथ मंदिर
सावन का आखिरी दिन- 12 अगस्त