आगरालीक्स …Agra News : आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, ऐसे में इन्हेलर का इस्तेमाल बढ़ गया है लेकिन मरीजों को इन्हेलर लेने का सही तरीका नहीं पता है। ( Agra News : Patients do not know the correct way to take the inhaler)
एसएन मेडिकल कॉलेज में नई सर्जीकल बिल्डिग के प्रथम तल पर स्थित एमआरयू ऑडिटोरियम में बुधवार को रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विद्यार्थियों के लिये एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग द्वारा किया गया। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के 11 सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के कुल 37 पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ एसएन मेडिकज के प्रधानाचार्य डा. प्रशांत गुप्ता द्वारा किय गया। अपने प्रोत्साहन भाषण में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये, उन्होंने क्षय एवं श्वास रोगों के मरीजों के उपचार के लिये आधुनिक तरीकों के साथ पारम्परिक चिकित्सा विज्ञान के मूल मंत्रों को उपयोग करने हेतु छात्रों को प्रेरित किया। यह प्रतियोगिता नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिसियन्स (इण्डिया) के द्वारा आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की पल्मोनरी मेडिसिन की प्रतियोगिता है जो इस वर्ष नवम्बर, 2024 में कोयम्बटूर में आयोजित होनी है, की स्क्रीनिंग के लिये थी।
रेस्पिरेटरी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष एवं नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिसियन्स (इण्डिया) के गवर्निंग काउंसिल के सदस्य डा. गजेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता के बाद प्रथम दो विजेताओं को राष्टीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने का मौका मिलता है। डा. सिंह ने बताया कि इस वर्ष एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा को यह प्रतियोगिता आयोजित करने का पहली बार मौका मिला है, जिसमें प्रदेश में अब तक आयोजित प्रतियोगितायों में सार्वाधिक 37 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
आचार्य डा. सन्तोष कुमार द्वारा इस अवसर पर श्वास रोगियों द्वारा सही से इनहेलर लेने पर प्रकाश डाला गया। सह-आचार्य डा. वीएन सिंह द्वारा अस्थमा के बारे में वैज्ञानिक तथ्य प्रस्तुत किये गये। इस प्रतियोगिता में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के छात्र डा. अभिषेक शुक्ला तथा एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा के रेस्पिरेटरी मेडिसिन की डा. दिव्या त्यागी ने क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता के सफल संचालन में विभाग के सीनियर रेजीडेंट डा. अरविन्द एवं डा. अर्पित ने विशेष योगदान दिया।