आगरालीक्स…श्रीमददेवी भागवत श्रवण, मनन से सम्पूर्ण कुल का होता है उद्धार। श्री बालयोगी जी महाराज महालक्ष्मी मंदिर में कर रहे हैं मां भगवती का गुणगान।
महालक्ष्मी मन्दिर बल्केश्वर 16 दिवसीय श्रीमद देवी भागवत महापुराण महोत्सव के द्वितीय दिवस पर अमृत कथा सुनाते हुये श्री धाम -चार सम्प्रदाय से पधारे बालयोगी पचोरी महाराज ने कहा कि देवी पुराण में पंच प्रकृति का अमूल्य वर्णन है 1-श्री राधा, 2-दुर्गा जी, 3-श्री महालक्ष्मी, 4-श्री सरस्वती जी, 5-श्री सावित्री जी। हर युग में अलग-अलग धर्म की महत्ता है परन्तु कलियुग पुराण सत्संग ही धर्म है। अमृत पीने वाला अमर होता है परन्तु श्रीमद देवी भागवत श्रवण, मनन से सम्पूर्ण कुल का उद्धार हो जाता है। महामारी. भूकम्प, उल्का पात, बच्चों पर संकट, भूत प्रेत का भय, राष्ट्र संकट से मुक्ति के लिये महा पुराण अनुष्ठान अवश्य करना चाहिये
श्री बाल योगी पचौरी जी ने कहा कि जहाँ देवी भागवत का नित्य पूजन होता है। वह घर भी स्वयं तीर्थवन जाता है। भगवान श्रीकृष्ण की प्राप्ति के लिये यह देवी भागवत अनुष्ठान वासुदेव जी ने कराया था। ऋषि अगस्त ने यही भागवत अमृत वर्षा कार्तिकेयजी से श्रवण किया। जनमेजय ने अपने पिता परीक्षित की मुक्ति के लिये श्रवण किया, जो शाश्वती, सच्चिदानन्द, स्वरूपा, भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाली मां भवानी है वे स्वयं पुराण में विराजमान रहती है जो पुरुष देवी भागवत के 1 श्लोक का भी भक्ति भाव से नित्य पाठ करता है, उस पर देवी प्रसन्न होती हैं. महामारी व भूत प्रेत बाधा मिट जाती है. पुत्र हीन पुत्रवान, गरीब धनवान और रोगी आरोग्यवान हो जाता है।