आगरालीक्स…आगरा में महर्षि दयानंद सरस्वतवी की 200वीं जयंती पर हुआ वेद प्रचार कार्यक्रम.
यज्ञ मानव जीवन को सफल बनाने की आधारशिला है। जहाँ यज्ञ होता है वहाँ का सम्पूर्ण वातावरण पवित्र और देवमय बन जाता है। यज्ञ करने वालों का दुःख दारिद्रय नष्ट होकर सुख समृद्धि बढ़ती है। इस प्रकार पंचमहायज्ञ अर्थात ईश्वर की भक्ति के लिए ब्रह्मयज्ञ, जड़ देवों पूजा के लिए देवयज्ञ तथा चेतनदेवो की पूजा के लिए पितृयज्ञ, अतिथियज्ञ और बलिवैश्वदेवयज्ञ करने की प्रेरणा प्रदान की। साथ ही योगीराज श्रीकृष्ण जी महाराज के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्रीकृष्ण आप्तपुरुष थे। अर्थात उन्होंने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यन्त एक भी पापकर्म नही किया। ऐसा उज्ज्वल और पवित्र जीवन से हमें उत्तम कर्म करने की प्रेरणा लेनी चाहिए मेरठ से पधारें भारत भूषण सम्मानित मनीषी आचार्य डॉ कपिल मलिक ने इयं ते यज्ञीया तनु नामक सूक्ति की व्याख्या करते हुए कहा कि हे मनुष्य तेरा शरीर यज्ञशाला है। ईश्वर ने मनुष्य को यज्ञ करने के लिए ही भेजा है।
आर्य समाज मंदिर फ्रीगंज में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम का समापन वेदोपदेश, भजन व सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ जन्माष्टमी के अवसर पर सम्पन्न हुआ। हिसार से आयीकल्याणी आर्य ने अपने भजनों से भक्तों को भक्ति के रस में डुबो दिया। आचार्य सोप्रकाश शास्त्री ने कहा कि सिर्फ बातें नहीं योगीराज भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र को धारण करने का प्रयास करें। महिला आर्य महासम्मेलन में महर्षि दयानन्द द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए कार्यों पर चर्चा हुई। इस अवसर पर केदारनाथ सेक्सरिया, आर्य कन्या इंटर कालेज, आर्य कन्या इंटर कालेज माईथान की छात्राओं ने सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए। संचालन प्रदान बृजराज सिंह परमार ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से आर्य समाज आगरा नगर फ्रीगंज के उपप्रधान ज्ञान प्रकाश गुप्ता, मंत्री रमन तिवारी, गौरव परमार, दौलतराम गोयल, प्रबंधक ललित मोहन दुबे, अभिषेक झा, प्रदीप सारस्वत, राजेशकृष्ण शर्मा, विकास सिंघल, केवी शर्मा, प्रधाना राजकुमारी सिंघल, मंत्राणी आशा गुप्ता, उषा झा आदि उपस्थित थे।