आगरालीक्स…आगरा में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने के लिए सोशल साइट्स पर दिया विज्ञापन. पुलिस ग्राहक बनकर इंजेक्शन खरीदने पहुंची तो मालूम पड़ी ये बड़ी बात
आगरा में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव के बीच कुछ लोग कालाबाजारी और जमाखोरी जैसे काम करने में लगे हुए हैं. आगरा में भी इस समय खाद्य पदार्थों से लेकर दवाओं तक की कालाबाजारी की जा रही है. शुक्रवार को भी पुलिस ने दो ऐसे युवकों को अरेस्ट किया जो कि कोरोना बीमारी में लाभदायक रेमडेसिविर इंजेक्शन महंगे दामों में बेच रहे थे. इसके लिए युवकों ने फेसबुक सहित कई सोशल साइट्स पर विज्ञापन भी दिया और रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीदारी के लिए संपर्क करने को कहा. इसके लिए 40 से 60 हजार रुपये तक मांगे जा रहे थे.
पुलिस तक पहुंचा मामला
मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई. इस पर एसपी सिटी ने दिए गए नंबर पर ग्राहक बनकर बात की. पहले तो इंजेक्शन के लिए मना कर दिया गया लेकिन बाद में दोबारा फोन करके इंजेक्शन होने की बात कही और इसके लिए सिकंदरा स्थित प्रभा हाॅस्पिटल पर आने के लिए कहा.
सादा वर्दी में पहुंचे पुलिसकर्मी
इस पर थाना सदर के प्रभारी निरीक्षक अज कौशल युवकों के पास सादा वर्दी में पहुंच गए. पुलिस कर्मियों ने उनसे इंजेक्शन मांगा. पास में ही दूसरा युवक इंजेक्शन लेकर खड़ा हुआ था. पुलिस ने मौके से दोनों युवकों को अरेस्ट कर लिया और इंजेक्शन बरामद कर लिया. इंजेक्शन पर एमआरपी हटी हुई थी. आरेापियों में एक स्टेशनरी संचालक भी है जिसकी दुकान दयालबाग में है.
आरोपी की मां संक्रमित
पूछताछ में पकड़े गए युवक ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी मां भी कोरोना संक्रमित हो गई थी जिनके लिए वो ये इंजेक्शन खरीद कर लाया था. इनमें से एक इंजेक्शन बच गया था और वह इसको बेचना चाह रहा था, इसके लिए उसने सोशल साइट्स का सहारा लिया. हालांकि एसपी सिटी का कहना है कि युवकों का कहना कुछ और है लेकिन हो सकता है कि कालाबाजारी की जा रही हो, इसके लिए अभी दोनों से पूछताछ जारी है. अगर कोई रैकेट सामने आता है तो उस पर एक्शन लिया जाएगा.