
अंधेरे का फायदा उठाकर भागे हमलावर
पुलिस पर हमले के बाद अचानक गांव में बिजली चली गई। अंधेरा जहां पुलिस के लिए मुश्किल बना था, वहीं ग्रामीण अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। रात के अंधेरे में पुलिस ड्रैगन लाइट के सहारे घरों में दबिश देती रही।
शातिर है वारंटी, मथुरा पुलिस ने भी दी थी दबिश
शाहवेद गांव का रहने वाला वारंटी विनोद निषाद शातिर बदमाश है। पुलिस को कई बार चकमा दे चुका है। इसलिए इस बार थाने की जीप से दरोगा आधा दर्जन पुलिस वालों के साथ पहुंचे थे। मगर इस बार भी वह पुलिस पर भारी पड़ा। दो माह पूर्व मथुरा पुलिस ने भी विनोद की तलाश में दबिश दी थी।
सिपाही को घर में खींचकर किया मरणासन्न, छत से दागी गोलियां
रविवार रात लगभग साढ़े 11 बजे जिस वक्त पुलिस ने विनोद के घर पर दबिश दी, उसका परिवार घर की छत पर सोया हुआ था। पुलिस की भनक लगते ही घर की महिलाएं निकल आई और पुलिस वालों के साथ मारपीट और पथराव शुरू कर दिया। बताया गया है कि इसी बीच महिलाएं सिपाही बलवीर को खींचकर घर में ले गई। वहां उसके साथ जमकर मारपीट की गई और बेहोशी की हालत में घर से बाहर निकाला। इसी बीच विनोद और उसके साथियों से छत से फाय¨रग शुरू कर दी। दरोगा और सिपाही के गोली लगने के बाद सभी छत से कूदकर शोर मचाते हुए भाग निकले। घायल सिपाही बलवीर की हालात गंभीर है।
एक ही साल में दूसरी घटना
एक साल पहले बमरौली अहीर में दबिश के दौरान सिपाही प्रदीप यादव की हत्या कर दी गई थी। इस मामले का आरोपी लाखन यादव अभी फतेहगढ़ जेल में है। अन्य आरोपी जमानत पर छूट गए। इससे पहले मथुरा के हाथिया में भी दबिश के दौरान सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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