आगरालीक्स ..( Agra News ) आगरा में भारत बंद के तहत प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट पर युवक ने बसपा का झंडा लगाया, पुलिस ने उतरवाया। नीला झंडा और डंडे लेकर निकले युवकों द्वारा जबरन दुकानें बंद कराने से व्यापारियों में आक्रोश। ( Bharat Band : BSP Flag on Agra Collectrate Gate, Shops forcefully closed says Agra Vyapar Mandal)
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक अगस्त को एससी और एसटी के आरक्षण से क्रीमीलेयर को अलग करने के लिए आदेश जारी किया गया है। आरक्षण के इस उपवर्गीकरण का बसपा सहित कई अन्य संगठनों ने विरोध करते हुए भारत बंद का आह्वान किया।आगरा में सुबह से ही बसपा, भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और जय भीम संगठन के कार्यकर्ता अलग अलग रास्तों से नारेबाजी और नीले झंडे, पोस्टर बैनर लेकर पहुंचने लगे। 11 बजे बारिश होने लगी इसके बाद भी जबदस्त प्रदर्शन किया।
कलेक्ट्रेट के गेट पर लगाया झंडा, पुलिस ने उतरवाया
प्रदर्शन के दौरान एक किशोर कलक्ट्रेट के प्रवेश द्वार पर चढ़ गया और गुंबद पर बसपा का झंडा लगा दिया, उसके पीछे एक और किशोर झंडा लेकर चढ़ गया। पुलिस ने झंडे को उतरवा दिया। इसके बाद कलक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी की। सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण में उपवर्गीकरण के आदेश को निरस्त करने की मांग करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी को सौंपा।
बाजरों में जबरन दुकान बंद कराने से व्यापारियों में आक्रोश
सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। छीपीटोला के वीडयो में प्रदर्शनकारी जबरन दुकान बंद कराते हुए दिखाई दे रहे हैं। उनके हाथ में डंडे हैं विरोध करने पर मारपीट कर रहे हैं। इसके साथ ही कई और क्षेत्रों में भी इस तरह की घटनाएं सामने आने के बाद आगरा व्यापार मंडल ने रोष व्यक्त किया है।
आगरा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का कहना है कि छीपीटोला बाजार में जिस हद दर्जे की बदतमीज़ी हुई वह शहर कें अमन पर कलंक हैं आगरा में बंद के नाम पर हुई लूटपाट जिससे शाहगंज फुललटी किनारी बाजार आदि में सराफा व अन्य व्यापारीयों से बेहद हद दर्जे की बदतमीज़ी और दहशत फैलाने के लिये सरियाओं और डंडो का खुलकर इस्तेमाल हुआ जो बहुत ही निंदनीय है इस तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नही सहन नही कर सकता आगरा व्यापार मंडल कें सदस्यों के साथ यह शहर अमन चैन और भाईचारे के लिये जाना जाता है वहां व्यापारीयों कें साथ खुलेआम गुंडागर्दी बर्दाश्त नही अगर किसी भी संगठन अथवा पार्टी को बंद कराना होता है वह पहले व्यापारिक संगठनों से बात करते हम उनसे बातचीत कर अपनी समस्त शहर की संस्थाओं से बात करने कें पश्चात समर्थन देते तो शान्ति पुर्वक अमन चैन और भाईचारे के साथ बाजार बंदी हो जाती यहाँ तो पुरे शहर में इनके क्षेत्रों में दुकानें खुलीं हुई हैं जहाँ इनकी आबादी नही वंहा गुंडागर्दी कें दम पर बाजार बंद करा रहे हैं। सभी पदाधिकारियों ने ऐसी घटनाओं के लिये व्यापारीयों कें साथ हुई हद दर्जे की बदतमीज़ी की निंदा करते हैं निंदा करने वालों में टी एन अग्रवाल मीडिया प्रभारी जय पुरसनानी अशोक मंगवानी नितेश अग्रवाल कन्हैया लाल राठौड़ राकेश बंसल रमनलाल गोयल जयप्रकाश अग्रवाल भगवान दास बंसल दैवेंदर दौनेरिया ब्रजमोहन रैपुरिया संदीप गुप्ता राजेश अग्रवाल राजेश सिंघल तरूनसिंह अशोक जैसवानी गोविन्द राम नारवानी दिलीप खूबचंदानी राजीव गुप्ता योगेश रखवानी अशोक लालवानी अशोक गोकानी आदि।