आगरालीक्स…(29 July 2021 Agra News) आगरा में 31 जुलाई 2022 तक के लिए सर्किल रेट जारी. शहर में सबसे महंगा है ये इलाका. पढ़े कौन सा एरिया कितना है महंगा
31 जुलाई 2022 तक नहीं बदलाव नहीं
आगरा में जमीन के रेट फिलहाल अगले एक साल तक नहीं बढ़ेंगे. सर्किल रेट में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. कोरोना संक्रमण को बैनामों में बढ़ोतरी करने के लिए इसका निर्णय लिया गया है. एडीएम वित्त एवं राजस्व योगेंद्र कुमार ने मीडिया को दी जानकारी में बताया कि सर्किल रेट में बढ़ोतरी होने से इसका असर बैनामों पर पड़ता है और बैनामा कराने वालों की संख्या में कमी आती है. फिलहाल रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है. सर्किल रेट 31 जुलाई 2022 तक अभी जैसे ही रहेंगे. बता दें कि आखिरी बार 1 अगस्त 2017 को सर्किल रेट में बदलाव किया गया था और इस दौरान 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी.
अंतिम बार एक अगस्त 2017 को जारी सर्किल रेट
कलेक्ट्रेट से रूई की मंडी चौराहा 35000
भोगीपुरा से पृथ्वीनाथ फाटक 30000
पृथ्वीनाथ फाटक से वायु विहार 22000
बोदला चौराहा से सिकंदरा चौराहा 42000
कोठी मीना बाजार से हनुमान नगर चौराहा 39000
राम नगर तिराहे से अवधपुरी चौराहा 26000
पश्चिमपुरी चौराहा से शास्त्रीपुरम तक 38000
कमला नगर बी ब्लॉक मैन रोड सेंट्रल बैंक से पानी टंकी वाला रोड 75000
कमला नगर मैन रोड श्रीराम वाटिका से एफ ब्लॉक कृष्णा टावर तक 77000
कमला नगर डी ब्लॉक मैन रोड अंजुमन बार से पानी की टंकी वाले रोड 72000
सुभाष नगर तिराहा से कर्मचारी फुब्बारा तक 30000
हनुमान मंदिर खंदारी चौराहा से होम साइंस इंस्टीट्यूट 82000
केंद्रीय हिंदी संस्थान से नगला बूढ़ी गांव तक 21000
सुल्तानगंज पुलिया से सूर्या अपार्टमेंट होता हुआ पालीवाल पार्क 52000
संजय प्लेस में आजाद फिलिंग स्टेशन से यश बैंक तक 72000
हरीपर्वत चौराहा से नालबंद चौराहा तक 83000
ये एरिया सबसे महंगा
शहर में सबसे ज्यादा महंगा एरिया हरिपर्वत से लेकर नालबंद चौराहा का है. यहां का सर्किल रेट 83 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर है. वहीं केंद्रीय हिंदी संस्थान से नगला बूढ़ी तक का सर्किल रेट 21 हजार रुपये है.
नगर निगम की सीमा से सटे क्षेत्रों में ये हैं महंगे
नगर निगम की सीमा से सटे क्षेत्रों में सबसे अधिक शास्त्रीपुरम, सिकंदरा, बोदला, बिचपुरी रोड, कालिंदी विहार के हैं तो सस्ते कुबेरपुर, बमरौली कटारा, शमसाबाद रोड के हैं.
बड़े बैनामों की होगी गोपनीय जांच
इस दौरान मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिले के दस उप निबंधक कार्यालयों में जो भी बड़े बैनामे किए जाएंगे उन सभी की जांच गोपनीय तरीके से की जाएगी. हर दिन होने वाले बैनामों की संख्या डीएम के पास भी भेजने के निर्देश हैं.