आगरालीक्स….. आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कर्मचारी के जहर खाने का मामला बयानों के गर्माया, कर्मचारी ने विवि के अधिकारियों पर उच्च शिक्षा मंत्री के आवास पर अटैक करने और मंत्री के बेटे पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। आरोपों से किया इन्कार।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में मृतक आश्रित कोटे से दिनेश कुशवाह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर कार्यरत हैं, खंदारी परिसर में वे माली के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने मंगलवार को अपने कौशलपुर स्थित घर पर विषाक्त पदार्थ खा लिया था। इलाज जीजी नर्सिंग होम में चल रहा है, तबीयत में सुधार होने के बाद दिनेश ने आरोप लगाए हैं कि दो साल पहले उप कुलसचिव पवन कुमार ने उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के आवास पर तैनात कर दिया था, मंत्री के बेटे अलौकिक उपाध्याय द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा था, छुटटी के दिन रविवार को भी बुलाते थे। उसके साथ मारपीट की गई।
मंत्री और अधिकारियों ने किया साफ इन्कार
इस मामले में उच्च शिक्षा मंत्री योेगेंद्र उपाध्याय का कहना है कि आरोप सभी गलत हैं, साजिश के तहत उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं, उनके आवास पर कोई कर्मचारी काम नहीं करता है। उप कुलसचिव पवन कुमार ने भी कह दिया कि कर्मचारी को मंत्री के आवास पर अटैक नहीं किया था। कुलपति प्रो. आशु रानी ने भी कर्मचारी के मंत्री के आवास पर अटैच किए जाने पर हैरानी जताते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है।
कर्मचारियों में आक्रोश, विवि बंद रखने की चेतावनी
उधर, विवि कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अखिलेश चौधरी का कहना है कि कर्मचारी को अधिकारी द्वारा ही अटैच किया गया था, गलत बयान दिए जा रहे हैं जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती है, विवि बंद रखा जाएगा।