आगरालीक्स…आज दो जून है और एक कहावत है दो जून की रोटी जुटाना, अर्थात सुबह-शाम का खाना। जानिये एक आदमी को दिन में कितनी रोटी की होती है जरूरत।
दो जून की रोटी मिलना मध्यमवर्गीय परिवार की होती थी बड़ी उपलब्धि
रोटी हर आदमी की जरूरत है। पुराने समय में सुबह-शाम की रोटी मिल जाना यानि दो जून की रोटी मिलना एक मध्यमवर्गीय परिवार की बड़ी उपलब्धि होती थी लेकिन समय और खानपान में बदलाव से रोटी की जरूरत कम हुई है।
गेहूं की रोटी में जाने क्या-क्या होता है
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घरों में बनने वाली गेहूं की एक रोटी औसतन 25 से 27 ग्राम की होती है। इसमें करीब 81 कैलोरी मिलती है। इसमें बसा 2.5 ग्राम, पोटेशियम53 मिलीग्राम, कार्बोहाइड 12 ग्राम होता है। इसमें ग्लूटोन की मात्रा भी काफी होती है। घी-मक्खन आदि का इस्तेमाल से इसमें कैलोरी और बढ़ जाती हैं।
एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए जरूरी रोटी
एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए एक समय में 300 कैलोरी की जरूत होती है। इसके लिए तीन से चार रोटी पर्याप्त होती है। बाकी कैलोरी अन्य वस्तुओं से प्राप्त हो जाती हैं।
रोटी खाने का अपना अलग-अलग मानक
हालांकि रोटी खाने का लोगों का अपना अलग-अलग मानक है और वह रोटी की गिनती नहीं करते हैं। इसे अच्छा भी नहीं माना जाता।
डाइट फॉलो करने वालों के लिए दो रोटी ही काफी
यदि कोई व्यक्ति डाइट फॉलो करता है तो गेहूं दो रोटी एक समय में पर्याप्त होती है बाकि कैलोरी वह फल सब्जी आदि से प्राप्त कर सकता है।
रोटी का आकार और कैलोरी
छोटी रोटी 30 ग्राम 90
मध्यम रोटी 40 ग्राम 120
बड़ी रोटी 50 ग्राम 150 ग्रा
बाजरा ज्वार की रोटी
गेहूं के अलावा बाजरा, ज्वार आदि की रोटी में कैलोरी का स्तर और ज्यादा हो जाता है लेकिन ग्लूटोन कम होने से यह पचने में ज्यादा लाभदायक होती हैं।