शनिवार को डोनेट लाइफ, गुजरात के संस्थापक सदस्य संदीप कुमार (आईआरएस, उपाध्यक्ष) ने बताया कि संस्था अंगदान करने वाले और जरूरतमंदों के बीच मध्यस्थता का करती है। अस्पतालों के आईसीयू, ट्रोमा सेंटर आदि से ब्रेन डेड घोषित रोगियों के बारे में सूचना प्राप्त करने के बाद संस्था के कार्यकर्ता रोगी के परिवार के सदस्यों व रिश्तेदारों को कैडेवर अंगदान के बारे में जागरूक करते हैं।
न्यूरोसर्जन डॉ. आरसी मिश्रा ने बताया कि ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां हैं। सबसे पहले हमें उन्हें दूर करना होगा। लोगों की जागरूकता और सही जानकारी से असमय मौत पाने वाली कई जिंदगियों को हम बचा सकते हैं। ओसवाल पब्लिकेशन के मुकेश जैन ने कहा कि जल्दी आगरा में डोनर व प्राप्तकर्ता की जानकारी के लिए ऑफिस शुरू कर दिया जाएगा। यदि आगरा में एयरपोर्ट की सुविधा हो जाए तो इस कार्य में काफी मदद मिलेगी। कैंसर विशेषज्ञ डॉ. संदीप अग्रवाल ने इस सामाजिक कार्य के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना सबसे अहम कार्य बताया।
इसी श्रंखला में 29 मई 2016 को खंदारी क्रांसिंग जेपी सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मुख्य अतिथि आईपीएस डीसी मिश्रा होंगे। विशिष्ट अतिथ न्यूरोसर्जन डॉ. आरसी मिश्रा व नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. संजीव गुलाठी होंगे। प्रेस वार्ता में डोनेट लाइफ के पोस्टर का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर अशोक जैन सीए, एसएस बैजल, निर्मल सुखबैजल, अंशुमान बावरी, अनुपम सिन्हा, शब्द सुख बैजल, वेदधर, संदेश जैन, नाम सुख बैजल आदि उपस्थित थे।
10 में से एक व्यक्ति किडनी फेल समस्या से ग्रस्त
आगरा। भारत में लगभग हर 10 में से एक व्यक्ति किडनी फेल होने की समस्या से ग्रस्त है। लाखों लोग हर साल किडनी की बीमारी से हुई जटिलताओं के कारण असमय ही मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। कई बार किडनी के 90 फीसदी खराब होने तक शरीर में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। देश में प्रतिवर्ष लगभग 4000 किडनी प्रत्यारोपण होता है। इनमें से केवल एक प्रतिशत केडेवर प्रत्यारोपण होते हैं। अन्य अंगों के प्रत्यारोपण के क्षेत्र में भी लगभग यही स्थिति है। होटा एक्ट ( ह्यूमन आर्गन ट्रांसप्लांटेशन एक्ट 1994) कैडेवर अंगदान की अनुमति प्रदान करता है।
गुजरात में इतनों ने किया अंगदान
-किडनीः 154
-लिवरः 53
-आंखेः 130
-हृदयः 4
-पैन्क्रियाजः 3
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