आगरालीक्स…(29 May 2021 Agra) कभी हाईस्कूल में पास होने पर बांटी जाती थी मिठाइयां. ग्रेस से पास होने वाला वाला भी माना जाता था होशियार. पहली बार रिजल्ट होगा 100%…पढ़ें पूरी खबर
हाईस्कूल पास करना बड़ी उपलब्धि
यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा इस साल निरस्त कर दी गई हैं और प्रदेश के 29,94,212 बच्चों को कक्षा 11वीं में प्रमोट करने का निर्देश जारी कर दिए गए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है कि हाईस्कूल का रिजल्ट सौ प्रतिशत रहेगा. यानी सभी बच्चे पास. लेकिन एक समय ऐसा भी था कि हाईस्कूल में ग्रेस के साथ पास होने वाले बच्चे को भी होशियार माना जाता था और उसके पास होने की चर्चाएं दूर—दूर तक जाती थी. हाईस्कूल बोर्ड में पास होना अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि होती थी. इस बोर्ड एग्जाम में पास होने वाले बच्चे के अभिभावक पूरे मोहल्ले और गांव में मिठाइयां बांटा करते थे. रिश्तेदारी से लेकर आसपास के मोहल्लों में भी इसकी चर्चा होती थीं. लेकिन समय बदल गया है. अब कोरोना महामारी के कारण ऐसा पहली बार हुआ है कि हाईस्कूल के सभी बच्चे पास हैं. सौ प्रतिशत रिजल्ट है.
1992 में आया था 30.36 प्रतिशत रिजल्ट
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में पहली बार रिजल्ट 100 प्रतिशत रहेगा. इससे पहले हाईस्कूल का सर्वाधिक रिजल्ट 87.82 प्रतिशत रहा है. बड़ी बात ये है कि बीजेपी की सरकार में यूपी बोर्ड का रिजल्ट ज्यादा अच्छा नहीं रहा. सबसे कम 30.36 प्रतिशत रिजल्ट वर्ष 1992 में आया था जब कल्याण सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थी, लेकिन इस बार भी बीजेपी की सरकार है और पहली बार रिजल्ट 100 प्रतिशत आएगा.
डिप्टी सीएम ने लिया निर्णय
प्रदेश के डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा द्वारा निर्णय लिया गया है कि इस बार यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा को कोरोना महामारी के कारण निरस्त कर दिया जाता है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 वायरस के संक्रमण से फैली हुई महामारी के कारण उत्पन्न हुई असाधारण परिस्थितियां में, व्यापक छात्र हित तथा जनहित में, प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2021 में निर्धारित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया है. इस निर्णय से 29,94,312 बच्चे प्रमोट होंगे. कक्षा 10 के बच्चों का कक्षा 11 में प्रोन्नति के विस्तृत दिशा निर्देश उत्तर प्रदेश मध्यमिक शिक्षा परिषद को बनाने के निर्देश दिए गए हैैं.