मथुरालीक्स…गोकुल में खेली गई छड़ीमार होली. कान्हा की बंसी बजते ही छाया उल्लास. होली के रंग में रंग गए ब्रजवासी…रसिया का हुआ गायन
कान्हा की नगरी में इस समय होली का उल्लास छाया हुआ है. बरसाने की लट्ठमार और लड्डूमार होली के बीच अब यहां हर ओर गुलाल बरस रहा है. वहीं आज गोकुल में छड़ीमार होली खेली गई. गोकुल में यमुना घाट के किनारे जब कान्हा ने बंसी बजाई तो उल्लास छा गया. इससे पूर्व सुबह दस बजे नंद भवन नंदकिला से ठाकुर जी का डोला निकाला गया. मंदिर सेवायत पुजारी ने ठाकुर जी की आरती उतारी. गोकुल वासियों ने गली—गली में निकले डोला का फूलों की बरसात कर स्वागत किया. हर कोई मस्त होकर नृत्य कर रहा था. इधर गोकुल की ग्वालिन छड़ी लेकर डोला के साथ चल रही थीं. मुरलीधर घटार पर पहुंचकर ठाकुर जी ने पहली बार बंसी बजाई तो वहीं छड़ीमार होली खेली गई.
एसएसपी पहुंचे
गोकुल में छड़ीमार होली के दौरान उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किएगए. दोपहर बाद एसएसनी ने यहां पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. गोकुल में यमुना किनारे हो रहे इस भव्य आयोजन का हिस्सा विदेशी मेहमान भी बने. उन्होंने कहा कि ये दृश्य अलौकिक है. यमुना किनारे स्थित नंद किले के नंद भवन में ठाकुर जी के समक्ष राजभोग रखा गया.