आगरालीक्स..(Agra News 9th May). आगरा के पारस हॉस्पिटल को सील करने का आईएमए ने किया विरोध, कहा आक्सीजन की हुई थी कमी।
बुधवार को सुबह 10 बजे जनरल बाडी मीटिंग हुई। मुख्य एजेंडा पारस हॉस्पिटल के ऊपर की गई कार्यवाही को लेकर था ,मीटिंग का एजेंडा यह भी जानना था कि जो वीडियो वायरल हुआ है उसकी सत्यता क्या है एवं उसका आशय क्या है ।
अध्यक्ष डॉ राजीव उपाध्याय ने इस बात को रखा कि जो कुछ भी कार्यवाही मात्र एक वीडियो के आधार पर की गई है वह सही नहीं है। शासन प्रशासन द्वारा अपने दबाव को कम करने के लिए आनन-फानन में बिना किसी ठोस तहकीकात किए न्यू पारस हॉस्पिटल पर सीलिंग की कार्यवाही कि गयि एवं उसके लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्यवाही कर दी गई, जो कि आईएमए उचित नहीं मानता। सचिव डॉ अनूप दीक्षित ने शब्द ‘मॉक ड्रिल ‘थोड़ा सा गलत जरूर हो सकता है लेकिन उसका आशय विनिंग प्रोसेस है जो कि एक वैज्ञानिक तरीका एवं वैज्ञानिक प्रोटोकॉल है। इस बात को शासन, प्रशासन ,जनता सभी को समझना होगा और मानना होगा।
पूर्व अध्यक्ष डॉ जे एन ने बहुत ही मार्मिक ढंग से इस बात को रखा की निश्चित् रूप से इस प्रकरण मैं कई जगह पर विरोधाभास है।क्या व्यक्तियों के समूह को उनके हास्पिटल के बाहर होना महामारी अधिनियम का उल्लंघन नहीं है। ऐसी कार्यवाही से हमारी साख पर तो बट्टा लगा है हम स्वयं भी मानवता की सेवा से दूर होते जा रहे हैं ऐसे माहौल में कार्य करना असंभव होगा। डा रवि पचौरी ने बिना जॉंच कार्यवाही की भर्त्सना की, डा शरद गुप्ता ने कहा कि समाज में हमें अपनी छवि को बनाए रखने के लिए सकारात्मक प्रयास करने होगे। , डा सुधीर धाकरे ने आईएमए को चेताया कि प्रशासन की चालों को समझना होगा वे अपने को बचाने में आपको बलि का बकरा बनाएँगे।
आक्सीजन की हुई कमी
पूर्व अध्यक्ष डॉ संदीप अग्रवाल ने कहा कि उस वक्त अप्रैल के महीने में ऑक्सीजन की भारी कमी थी जिसकी वजह से चिकित्सकों को सिलेंडर लेने में बहुत तकलीफ हो रही थी और यह नहीं कहा जा सकता कि उस वक्त ऑक्सीजन की सप्लाई सभी अस्पतालों में सुचारू थी।
वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ आर सी मिश्रा ने भी यह कहा कि किसी भी चिकित्सक को बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए साफ है कि उस दौरान ऑक्सीजन की भारी कमी से शहर जूझ रहा था और यह जो प्रक्रिया हुई है वह भी हर अस्पताल में एक रूटीन एक्टिविटी के रूप में करी जाती है इसलिए आनन-फानन में प्रशासन द्वारा ऐसी कार्यवाही न्यययोछित नहीं। निर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर ओपी यादव ने बताया कि मामले की जांच बहुत गहराई से होनी चाहिए ।कोई भी सभ्य समाज समाज ऐसा बर्दाश्त नहीं करेगा एवं इस समय सही को सही और गलत को गलत कहना होगा। डॉक्टर सीमा सिंह ने बिना किसी कार्यवाही के बिना किसी जांच के ऐसी कार्यवाही को गलत बताया एवं एक उच्च स्तरीय जांच की मांग की। डॉ वीरेंद्र खंडेलवाल, डॉक्टर संजय अग्रवाल ,जयदीप मल्होत्रा, डॉ आर के गुप्ता, शम्मी कालरा, डॉ संजय धवन, डॉ वणज माथुर ,अरुण जैन मौजूद रहे।