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Lt. col. MS Dhoni blue bird, A cricketer paratrooper from para training school Agra
आगरालीक्स.……. क्रिकेट में हेलीकॉप्टर शॉट लगाने वाले एमएस धौनी ने आगरा के आसमान में 1250 फीट से छलांग लगाई, अब वे पैराट्रूपर बन गए हैं और पैरा बिग्रेड के अहम हिस्सा हैं। रविवार को पैरा ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) आगरा में उनकी वर्दी पर दाई तरफ आसमानी रंग की उड़ती चिडिया (ब्लडू बर्ड) लगाई गर्इ्। एयर कामोडोर एन श्रीनिवासन के साथ ही ब्रिगेडियर विकास सैनी ने उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर धौनी के साथ पैरा जंपिंग की टीम के सभी सदस्य भी मौजूद थे। सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल धौनी अब अपनी वर्दी पर फ्लाइंग बर्ड (उड़ती चिडिय़ा) का निशान लगा सकेंगे। इस उपलब्धि से लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धौनी उत्साहित हैं, उन्हें पीटीएस की ट्रेनिंग में बुहत सीखने को मिला, यहां के अनुशासन और जवानों के हौसले से वे गदगद नजर आए। कार्यक्रम के बाद वे मुंबई के लिए रवाना हो गए।
एक घंटा चला कार्यक्रम, धौनी का छठवां नंबर
पीटीएस में सुबह नौ बजे कार्यक्रम शुरू हुआ, यहां परेड हुई, इसके बाद एयर कामोडोर एन श्रीनिवासन को सलामी दी गर्इ्, धौनी का सातवां नंबर था। उनकी वर्दी पर ब्लू बर्ड लगाने के बाद सेना के अधिकारियों ने कहा कि धौनी ने एक जवान की तरह से ही ट्रेनिंग ली है। उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। समारोह में लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धौनी को पैराट्रूपर की सफल ट्रेनिंग के लिए सम्मानित किया गया। 15 दिन की ट्रेनिंग अब धौनी की वर्दी पर फ्लाइंग बर्ड का चिन्ह लगना बाकी है। इसके लिए धौनी ने शुक्रवार को दो छलांग लगाईं। पहली छलांग दिन व दूसरी रात में थी। पैरा ट्रेनिंग स्कूल (पीटीएस) में छह अगस्त से ट्रेनिंग ले रहे एमएस धौनी का शुक्रवार को अंतिम दिन (15 दिवसीय) था।
कपिल, सचिन और अब धौनी
कपिल देव को भारतीय सेना लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि से सम्मानित कर चुकी है। धौनी की तरह कपिल ने भी भारतीय क्रिकेट टीम को 1983 में विश्व कप दिलाया था। कपिल ने सितंबर 2008 में टेरीटोरियल आर्मी ज्वाइन की थी, लेकिन पैराजंपिंग जैसी किसी गतिविधि में भाग नहीं लिया। वहीं, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर लड़ाकू विमान सुखोई में बैठ चुके हैं। भारतीय वायुसेना ने सचिन को वर्ष 2012 में ग्र्रुप कैप्टन की मानद उपाधि दी थी। वह एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्हें विमानन क्षेत्र की कोई जानकारी के बिना इस तरह का उच्चस्तरीय सम्मान दिया गया।