Agra News: Recruitment of security personnel and security supervisor in
Seminar in SNMC, Agra: Breast-feeding reduces cancer risk
आगरालीक्स……. वर्किंग वूमेन ब्रेस्ट पफीडिंग नहीं करा रही हैं, यह बच्चे के साथ ही मां के लिए भी घातक है। ब्रेस्ट पफीडिंग न कराने से महिलाओं को कैंसर होने की आशंका रहती है तो बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता कम होने के साथ शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता है। शुक्रवार को
शुक्रवार को ब्रेस्ट फीडिंग वीक के अंतर्गत एसएन के बाल रोग विभाग में स्तनपान जागरुकता के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
डॉ. नीरज यादव ने बताया कि प्रसव के तुरंत बाद शिशु को मां का दूध पिलाना चाहिए। इसमें कोलेस्ट्रम होता है, यह एंटीबायोटिक और एंजाइम का काम करता है। इसी तरह ब्रेस्ट फीडिंग कराने से स्तनपान कराने पर प्रसव के बाद रक्तस्राव की आशंका कम रहती है। गर्भधारण के समय होने वाला मोटापा भी कम होता है और फिगर मैंटेन रख सकती हैं। कार्यशाला में महिलाओं और उनकी सास को स्तनपान कराने का प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें अन्य लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस दौरान विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश्वर दयाल, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. शिव प्रताप सिंह, डॉ. पंकज कुमार, डॉ. मधु नायक, डॉ. सुनीत पाठक शामिल रहे।