आगरालीक्स….आगरा में महिला की मौत…नहीं आ सके बेटे और पति तो महिला की देखभाल करने वाले नौकर ने दी मुखाग्नि…पुलिस भी रही साथ. परिवार ने लाइव होकर आनलाइन देखा अंतिम संस्कार….
सोमवार को हुई थी मौत
कोरोना महामारी ने लोगों की विवशता और मजबूरी को भी खूब दिखाया है. अपनों को अंतिम विदाई देने के लिए भी लोग नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे में पुलिस ड्यूटी के साथ मानवता का फर्ज भी बखूबी निभा रही है. कुछ ऐसा ही मामला आगरा में आया है. थाना ताजगंज क्षेत्र के शमशबाद रोड स्थित जयपुरिया सनराइज काॅलोनी में रहने वाली शारदा देवी का सोमवार को निधन हो गया था. वे कई दिन से बुखार और खांसी से पीड़ित थीं. उनके दोनों बेटे दुबई में रहकर होटल का कारोबार करते हैं जबकि पति मुंबई में रहकर कारोबार कर रहे हैं. शारदा देवी की मौत के बाद कोई भी पड़ोसी उनके पास तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका तो ऐसे में उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी.
नहीं आ सके बेटे और पति
एकता चैकी प्रभारी शैलेंद्र सिंह चैहान अपने कुछ साथी पुलिसकर्मियों के साथ पीपीई किट पहनकर वहां पहुंचे और शव को कोविड प्रोटोकाॅल के तहत रखकर ले गए और एसी के ताबूत में रख दिया. दोनों बेटे अर्जुन और निरंजन इंटरनेशनल फ्लाइट बंद होने के कारण नहीं आ सके. इधर पति भी लाॅकडाउन के कारण मुंबई से बाहर नहीं निकल सके. महिला के भाई ने आने का आश्वासन दिया था लेकिन वे भी मुंबई से यहां नहीं पहुंच सके. ऐसे में शारदा के बेटे अर्जुन ने चैकी प्रभारी शैलेंद्र सिंह को अंतिम संस्कार करने का आग्रह किया. यहां महिला की देखभाल करने वाला गोरखपुर का रहने वाला उनका नौकर बेचू बारी आ गया. पुलिस ने नौकर की मौजूदगी में अंतिम संस्कार करने के लिए कहा. बेटे ने अपनी सहमति का पत्र चैकी प्रभारी को व्हाट्सअप पर भेज दिया.
देखभाल करने वाले नौकर ने दी मुखाग्नि
बुधवार को महिला के शव को ताजगंज श्मशान घाट पर ले जाया गया. पीपीई किट पहने दो लोगों ने लकड़ियों की चिता तैयार की. महिला का एक पड़ोसी राहुल यहां पहुंच गया. परिवार के आग्रह पर पुलिस ने अंतिम संस्कार लाइव दिखाने की मंजूरी दे दी. राहुल ने अपने मोबाइल से महिला के दोनों बेटों, पति और भाई को आनलाइन जोड़ लिया. महिला की देखभाल करने वाले नौकर बेचू बेरी मुखाग्नि दी. चैकी प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने भी मुखाग्नि में साथ दिया. पूरे परिवार ने लाइव अंतिम संस्कार देखा. उन्होंने पुलिस को इसका धन्यवाद दिया.