वाराणसीलीक्स…राममंदिर और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तरह ज्ञानवापी के तहखाने में पूजन का मुहूर्त था।
विजयकारक योग से संकट दूर होंगे
कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी के व्यास तहखाने पंचग्रही योग में हुई पूजा के दौरान विशेष युति बना रहा गुरु एक लाख दोषों का निवारण करेगा। तुला लग्न का मंगल, शुक्र, बुध, मीन का राहु और मेष का गुरु विजयकारक योग बना रहा है, जो इसमें आने वाले सभी संकटों को दूर करेगा।
राम मंदिर का मुहूर्त निकालने वाले विद्वानों ने दिया था समय
राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त देने वाले पं. गणेश्वर शास्त्री के बड़े भाई पं. विशेश्वर शास्त्री द्राविड़ के मुताबिक व्यासजी के तहखाने में पूजन के लिए संधिकाल से पूर्व का मुहूर्त दिया गया था। रात 11:55 बजे तहखाने में प्रवेश करने के बाद 12:14 पर इसे पूर्ण करने का मुहूर्त था। इसके बाद पूजन का समय दिया गया था। इस दौरान के मुहूर्त पर विचार करें तो तुला लग्न में पांच ग्रही योग निर्मित हो रहा था।