आगरालीक्स…आगरा के बाजार में में इस बार आम नहीं अमिया की भरमार। घरों में बन रही लौंजी। पना का सेवन गर्मी से बचाए। शीतलपेय कंपनियों का पना भी बाजार में…
इस बार बाजार में आम की वैरायटी कम

आगरा के बाजारों में इस बार आम इस बार हर खास-ओ-आम के लिए नहीं है। बाजार में आम की वैरायटी भी इस बार कम आई है। दशहरी आम तो अभी तक बाजार में ज्यादा दिखाई नहीं दे रहा है।
हर दूसरे साल आम की फसल होती है कम
आम की फसल के बारे में कहा जाता है कि एक साल आम का बौर ज्यादा आता है तो दूसरे साल में आम की पैदावार कम रहती है। ऐसा इस बार भी हुआ है।
आंधी-तेज हवाओं से आम पकने से पहले गिरा

आम इस बार गायब है तो अमिया की इस बार भरमार हो गई है। इसका एक कारण यह बताया जा रहा है कि इस बार आंधी और तेज हवा के कारण आम पकने से पहले ही गिर गए। इसकी वजह से अमिया बाजार में खूब आ गई है।
अमिया 20 रुपये किलो से 30 रुपये किलो तक
बाजार में अमिया 20 रुपये किलो से 30 रुपये किलो तक बिक रही है। अमिया का लोग अचार डालने के साथ घरों में लौंजी बना रहे हैं। सबसे ज्यादा पने का इस्तेमाल हो रहा है।
गर्मियों में पीयेगा पना तो रहेगा बना
पना के बारे में कहा जाता है कि गर्मियों में यह इम्यूनिटी बढ़ाने वाला होता है और स्वास्थ्य वर्धक होता है। इसके बारे में कहावत भी है कि गर्मियों में पीयेगा पना तो रहेगा बना। पना में वीटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। साथ ही यह पेट की बीमारियों में काफी लाभदायक होता है।
शीतलपेय कंपनियों ने भी उतारा पना आम के पना के महत्व को देखते हुए शीतलपेय बनाने वाली कंपनियां भी पना के क्षेत्र में भी कूद गई हैं और पना को बाजार में उतार दिया है। इस बारे में लोगों का कहना है कि ब्रांडेड कंपनियों का पना इतना लाभकारी नहीं है बल्कि घर का बना पना ही ज्यादा बेहतर होता है।