आगरालीक्स… आगरा में यमुना रौद्र रुप में आ चुकी है, यमुना फ्लड लेबल 499 फीट के करीब पहुंच गई है, यमुना में छोडे जा रहे पानी से बाढ का खतरा बढ गया है, इसके लिए अलर्ट किया गया है।
यमुना का जल स्तर लगातार बढता जा रहा है, दिल्ली के बाद मथुरा में यमुना का जलस्तर डेंजर जोन तक पहुंच गया है, यमुना में चार किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से जलस्तर बढ रहा है। मथुरा से छोडे गए 23 हजार क्यूसिक पानी के बाद सोमवार को आगरा में यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। कैलाश मंदिर, बल्केश्वर, हाथी घाट पर यमुना लबालब दिखाई दे रही हैं। ताजमहल के पीछे भी यमुना लबालब हैं, जलस्तर बढने से यमुना खतरे के निशान को छू लेगी। इससे पहले रविवार सुबह दस बजे ताजेवाला डैम से 1.83 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही ओखला बैराज से 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पीछे से पानी आने की स्थिति को देखते हुए गोकुल बैराज से सुबह आठ बजे ही 19 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा था। वहीं ताजेवाला से पूरे दिन हर घंटे पर एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाता रहा। रविवार को यमुना का जलस्तर 488.7 फीट पहुंच गया, जबकि आगरा में यमुना का फ्लड लेबल 499 फीट है।
मथुरा में अलर्ट
मथुरा में भी यमुना दोनों किनारों को छूकर चल रही है। ऐसे में दिल्ली से आने वाला और पानी निचले इलाकों व कॉलोनियों के लिए मुसीबत बढ़ाएगा। वराहघाट, कालीदह घाट, सूरजघाट, जुगलघाट, बिहारघाट, केशीघाट मल्लाह वस्ती, जगन्नाथ घाट, हुड़दंग नगर, पानीघाट, श्याम कुटी, तुलसीवन कालोनी, मोरकुटी क्षेत्र, राजपुर खादर आदि क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। निचले इलाकों के लोगों ने अब सुरक्षित स्थानों पर जाना शुरू कर दिया है।
रविवार की शाम यकायक यमुना के जलस्तर में भारी वृद्धि देखी गई है। केशीघाट की सिर्फ दो सीढ़ियां ही डूबने से बची हैं। वहीं परिक्रमा मार्ग पूरी तरह यमुना के पानी में समा गया है।