Agra News: Recruitment of security personnel and security supervisor in
We are outside Keiv airport, bombing is going on says student of Agra, Mathura, Aligarh, Kasgang stuck in Ukraine, Help line number released
आगरालीक्स…हमें एयरपोर्ट से बाहर निकाल दिया है और आस पास बमबारी हो रही, आगरा, मथुरा सहित आसपास के कई एमबीबीएस कर रहे स्टूडेंट यूक्रेन में फंसे. फ्लाइट बंद, परिजनों का बुरा हाल।
यूक्रेन पर हुए रूस के हमले ने भारत के कई परिवारों में दहशत और चिंता पैदा कर दी गई है. इन परिवारों के बच्चे यूक्रेन में अभी भी फंसे हुए हैं. जैसे—जैसे हमले तेज होते जा रहे हैं परिजनों की चिंता भी बढ़ती जा रही है. हमले से पहले ही भारत सरकार ने एयर इंडिया द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट करना शुरू कर दिया. गुरुवार सुबह भी 182 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया का एक विमान नई दिल्ली पहुंचा लेकिन हमले के बाद यूक्रेन में मार्शल लॉ लागू हो गया जिसके बाद सारी फ्लाइट बंद कर दी गईं और इसके कारण एयर इंडिया की एक फ्लाइट को आधे रास्ते से वापस तक लौटना पड़ गया.
आगरा, मथुरा सहित आसपास के कई स्टूडेंट अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इनके परिजनों में चिंता छाई हुई है. वह लगातार केंद्र सरकार, पीएमओ और जिला प्रशासन से मदद के लिए संपर्क में लगे हुए हैं…जानिए कौन कौन से स्टूडेंट यूक्रेन में इस समय फंसे हुए हैं.
आगरा के करीब पांच छात्र इस समय यूक्रेन में फंसे हुए हैं. शहर के अवधपुर में रहने वाले डॉ. गुलाब सिंह का बेटा रजत भी इस समय यूक्रेन में है. मां मीना का रो-रो कर बुरा हाल है. उनका कहना है कि रजत पांच साल से यूक्रेन में है. वह छुट्टी पर आगरा आया था लेकिन इसी 14 फरवरी को ही वापस यूक्रेन गए हैं. जब से वो यूक्रेन गए हैं तब से वहां के हालात खराब हो गए हैं. गुरुवार सुबह यूक्रेन पर हमले की जानकारी हुई तो चिंता छा गई है. रजत से उनकी मां मीना और दोनों बहनें लगातार वीडियो कॉल के जरिए बात कर रही हैं. रजत के अनुसार जहां हमला हुआ है वहां से उनका शहर दूर है. उनहोंने सुबह दो धमाकों की आवाज सुनी है. रजत के यूक्रेन में फंसे होने पर परिवार के लोग चिंता में है. वे लगातार केंद्र सरकार से मदद करने की गुहार लगा रहे हैं.
कासगंज का स्टूडेंट कीव एयरपोर्ट पर फंसा
आगरा जोन के ही कासगंज का एक स्टूडेंट अपने दो साथियों के साथ इस समय कीव एयरपोर्ट पर फंसा हुआ है. कासगंज के मिशन चौहरे में रहने वाले कारोबारी राजकुमार माहेश्वरी ने बताया कि उनका बेटाा शोभित माहेश्वरी यूक्रेन के विनीसिया में एमबीबीएस का स्टूडेंट है. वह वहीं पर हॉटल में रहता है. वह आज ही भारत वापस आ रहा था. भारतीय समय अनुसार कीव एयरपोर्ट पर उसकी फ्लाइट गुरुवार दोपहर साढ़े बजे भारत आने के लिए थी लेकिन उससे पहले ही हमला हो गया. कीव में इमरजेंसी लागू हो गई है और एयरपोर्ट को खाली करा दिया गया है. ऐसे में शोभित अपने दो साथियों बेंगलुरू के फरवीर व एक छात्रा आयशा के साथ वहां फंसा हुआ है. शोभित के पिता ने बेटे से फोन पर बात की है. वह खौफ में है. शोभित के पिता व परिजनों ने भारत सरकार से गुहार लगाई है.
मथुरा की तीन लड़कियां भी फंसी
आगरा मंडल के ही मथुरा जिले की तीन बेटियां भी इस समय यूक्रेन में फंसी हुई हैं. तीनों एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यहां गई हुई हैं. बरसाना के जगदीश गोयल की बेटी राधिका गोयल, मथुरा कॉलेज में बीएसए कॉलेज के पास रहने वाली डॉ. नीता गर्ग की बेटी एनी गर्ग और कोसीकलां के आर्य नगर मुहल्ला निवासी एडवोकेट करन सिंह की बेटी याशिका सिंह भी इस समय यूक्रेन में फंसी हुई हैं. राधिा गोयल के पिता जगदीश गोयल ने बताया कि फोन पर बात हुई है वह इवानों शहर में एक हॉस्टल में रह रही है, यहां करीब 2500 स्टूडेंट फंसे हैं. भारतीय दूतावास से संपर्क किया, हालांकि फिलहाल सभी सेफ हैं. उन्होंने बताया कि 4 मार्च को राधिका को यहां आना था लेकिन उससे पहले ही हमला हो गया. वहीं नीता गर्ग की बेटी एनी गर्ग ने भी परिजनों को बताया कि यहां हालात ठीक नहीं है. नीता गर्ग ने बेटी के लिए फ्लाइट की टिकट भी बुक कर दी लेकिन उससे पहले ही हमला हो गया. उनकी बेटी अपने एक मित्र के घर रुकी है, उनके घर के पास ही एक धमाका हुआ है. कोसीकलां की रहने वाली याशिका सिंह भी एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गई हुई है. परिजनों के अनुसार बेटी से लगातार संपर्क में है. याशिका अभी सेफ है उसे 26 फरवरी को दिल्ली आना है लेकिन अब युद्ध हो चुका है ऐसे में परिजन चिंता में आ गए हैं.