1— डॉ. अतुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि आईसीएमआर के मुताबिक भारत में 10 करोड़ से अधिक डायबिटीज मरीज हैं।
2— आईसीएमआर का ही एक अध्ययन यह भी कहता है कि उत्तर प्रदेश में 12 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जिन्हें डायबिटीज होने वाली है।
3— हैरान करने वाली बात यह है कि यूपी में डायबिटीज मरीज कम हैं, लेकिन भविष्य के डायबिटीज मरीज सबसे अधिक।
4— रेंडम चैक में ब्लड शुगर 200 से अधिक आने का मतलब डायबिटीज होना नहीं है लेकिन कुछ दिन के अंतराल पर दोबारा रेंडम चैक करने पर भी यह 200 से अधिक आता है तो पूरी संभावना है कि आप डायबिटिक हैं।
5— इसके अलावा 75 ग्राम से अधिक ग्लूकोज लेने के डेढ़ से दो घंटे के अंतराल पर ब्लड शुगर लेवल 200 से अधिक आने पर भी डायबिटीज मानी जाती है।
6— खाली पेट यदि ब्लड शुगर लेवल 126 से अधिक और खाने के बाद 200 से अधिक आता है तब भी आपको डायबिटीज है।
7— खाली पेट ब्लड शुगर 100 से 126 के बीच और खाने के बाद 140 से 200 के बीच आता है तब यह मान लें कि अगले तीन महीने से लेकर तीन साल तक आपको कभी भी डायबिटीज की संभावना है।
8— मोटापा, पारिवारिक या आनुवांशिक कारण, बिना शारीरिक क्रियाकलाप की दिनचर्या, तनाव, अनियंत्रित खानपान, पॉल्यूटेंट्स का अधिक संपर्क और गर्भवती महिलाओं में जेस्टेशनल डायबिटीज आपको हाई रिक्स फैक्टर में लाते हैं।
9— बार—बार पेशाब जाना, अचानक वजन कम होना या बढ़ना, कोई हालिया संक्रमण, आंखों की रोशनी में असर, पैरों में या शरीर में अन्य कहीं अनजाना दर्द रहना, यौन कमजोरी आदि डायबिटीज के लक्षणों में शामिल हैं।