कैलाश मंदिर महंत गौरव गिरी गोस्वामी ने बताया—अयोध्या में राम मंदिर बनना सबसे आनंददायक है. कैलाश मंदिर पर रामायण होगी और भंडारा होगा। मंदिर को सजाया जाएगा
कंचन कलस बिचित्र संवारे । सबहिं धरे सजि निज निजद्वारे॥ बंदनवार पताका केतू। सबन्हि बनाए मंगल हेतू ॥ 1 ॥ भावार्थ:- सोने के कलशों को विचित्र रीति से ( स्वण माणिक्य से) अलंकृत कर और सजाकर सब लोगों ने अपने-अपने दरवाजों पर रख लिया । सब लोगों नेमंगल के लिए बंदनवार, ध्वजा और पताकाएं लगाईं ॥1॥
बीथीं सकल सुगंध सिंचाई । गजमनि रचि बहु चौक पुराईं। नाना भांतिसुमंगल साजे । हरषि नगर निसान बहु बाजे ॥ 2 ॥ भावार्थ:- सारी गलियां सुगंधित द्रवों से सिंचाई गईं। गजमुक्ताओं से रचकर बहुत सी चौकें पुराई गईं। अनेकों प्रकार के सुंदर मंगल साज सजाए गए और हर्षपूर्वक नगर में बहुत से डंके बजने लगे॥2॥
जहं तहंनारि निछावर करहीं । देहिं असीस हरष उर भरहीं ॥ कंचन थार आरतीं नाना । जुबतीं सजें करहिं सुभ गाना ॥ 3 ॥ भावार्थ:- स्त्रियां जहां-तहां निछावर कर रही हैं और हृदय में हर्षित होकर आशीर्वाद देती हैं। बहुत सी युवती (सौभाग्यवती) स्त्रियां सोने के थालों में अनेकों प्रकार की आरती सजाकर मंगलगान कर रही हैं।
राजामंडी गोकुपुरा बल्काबस्ती में श्री राम के नाम पर ही राजा रामचंद्र जी का प्राचीन मंदिर है। मंदिर अभी भी पुराने डिजायन पर बना हुआ है। इसे राजा जी के मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर के महंत पंडित प्रवीन कौशिक राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर मंदिर पर भव्य सजावट होगी और दीपोत्सव मनाया जाएगा।