आदित्य एल वन पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के ‘लैग्रेंज प्वाइंट 1’ तक पहुंचा इसे हेलो आर्बिट माना जाता है

‘लैग्रेंज प्वाइंट 1’ पांच स्थानों में से एक है जहां पृथ्वी और सूर्य के का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव एक समान है, यहां पहुंचने के बाद वस्तु स्थिर रहती है

‘लैग्रेंज प्वाइंट 1 से सूर्य करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है, हेलो ऑर्बिट सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के घूमने के साथ-साथ घूमता है 

आदित्य एल वन ‘लैग्रेंज प्वाइंट 1 में रहकर दो वर्ष तक सूर्य का अध्ययन करेगा, महत्वपूर्ण जानकारी जुटाएगा 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने दो सितंबर 2023 को श्री हरिकोटा से आदित्य एल वन लांच किया था। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर बधाई देते हुए लिखा है कि 'भारत ने एक और मील का पत्थर हासिल किया।

सबसे जटिल अंतरिक्ष मिशनों में से एक को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। यह असाधारण उपलब्धि है। 

आदित्य एल वन में सात पेलोड हैं, ये सूर्य के विकिरण, कणों और चुंबकीय क्षेत्रों का अध्ययन कर पाएंगे, दुनिया इसे उत्सुकता से देख रही है