1. प्रेमानंद महाराज श्री राधाकेली कुंज आश्रम वृंदावन में रहते हैं. उनका आश्रम इस्कॉन मंदिर के पास परिक्रमा रोड पर भक्तिवेद लता हॉस्प्टिल के ठीक सामने है.

2. प्रेमानंद महाराज का सत्संग सुनने, उनसे अपने प्रश्नों के जवाब सुनने और दर्शन करने के लिए हर रोज बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं.

3. प्रेमानंद महाराज रात करीब ढाई बजे अपने आश्रम श्री राधाकेली कुंज से परिक्रमा मार्ग पर आते हैं, उनके दर्शन को ढाई बजे आश्रम के बाहर पहुंचना होता है.

4. आश्रम में श्री प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए हर रोज सुबह साढ़े नौ बजे उनके शिष्यों द्वारा टोकन दिया जाता है. उन्हें अगले दिन दर्शन को बुलाया जाता है.

5. उनके दर्शन करने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है. जिन लोगों को टोकन मिलता है उन्हें सुबह साढ़े छह बजे आश्रम आना होता है.

6. एक घंटे तक प्रेमानंद महाराज के सामने बैठकर प्रश्न कर सकते हैं. वे उन प्रश्नों के जवाब देते हैं.

7. अगर आप प्रेमानंद महाराज के एकांतिक वार्तालाप में शामिल नहीं हो पाते हैं तो उसी दिन आपको साढ़े सात बजे का टोकन मिल जाएगा. इससे आप उन्हें प्रणाम और दर्शन कर सकते हैं.