श्री राधा जू के अन्नय भक्त प्रेमानंद महाराज श्री हित राधा केलि कुंज परिकर, आश्रम से हर रोज पदयात्रा पर निकलते थे 

प्रेमानंद महाराज अब पदयात्रा नहीं करेंगे उनके दर्शन  श्री हित राधा केलि कुंज परिकर, आश्रम में ही होंगे

दो किलोमीटर लंबी पदयात्रा में उनके दर्शन करने के लिए देश विदेश से अनुयायी जुटते थे, बैंड बाजे और फूलों की बारिश होती थी 

18 दिसंबर से प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई है 

वृंदावन रास महिमा फेसबुक पेज पर अपलोड की गई सूचना में कहा गया है कि स्वास्थ्य और बढ़ती भीड़ के कारण पदयात्रा बंद की गई 

प्रेमानंद महाराज मूलरूप से कानपुर के सरसौल गांव के रहने वाले हैं और नौवीं कक्षा के बाद घर छोड़कर चले गए थे 

वृंदावन परिक्रमा के साथ हर रोज श्री बांके बिहारी जी के दर्शन करते थे, एक संत ने राधावल्लभ मंदिर में दर्शन करने के लिए कहा 

परिक्रमा मार्ग में एक सखी गान कर रही थी, प्रेमानंद महाराज ने उनसे अर्थ पूछा, सखी ने कहा कि राधावल्लभी बनना पड़ेगा 

प्रेमानंद महाराज ने श्री हित मराल गोस्वामी से दीक्षा ली और राधा जू के रंग में रंग गए