आगरालीक्स…(1 June 2021 Agra) आगरा में डॉक्टर, शिक्षक और समाजसेवियों ने बताया कितना खतरनाक है धूम्रपान करना और तम्बाकू खाना…
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर आगरा डॉक्टर्स एवं सामाजिक कार्याकर्ताओं के साथ शिक्षकों द्वारा जूम मीटिंग पर वेबिनार आयोजित किया गया. स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा सिंह, ईएनटी सर्जन डॉ. बीएस बघेल, वरिष्ठ आईएम सदस्य व सर्जन डॉ. अनंग उपाध्याय, डॉ. अंजना चौधरी, डॉ. मुकेश चौधरी, डॉ. अनुकृति सिंह, डॉ. अंशुल सिंह ने अपने विचार रखे. मुख्य वक्ता डॉ. मनोज पाल कल्सल्टेंट नोएड फोर्टिस कैंसर विभाग रहे. डॉ. मनोज पाल ने बताया कि हर साल इससे 60 लाख के करीब मौतें होती हैं. 2030 तक हर साल ये आंकड़ा एक करोड़ तक पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी लोगों को तम्बाकू, बीड़ी, शराब से दूर रहने की जरूरत है. डॉ. मुकेश चौधरी ने बताया कि तम्बाकू, शराब व बीड़ी पीने वाले लोगों को कोरोना का भयानक असर होने का खतरा है. श्रीमती प्रतिभा ने बताया कि मजदूरी करने वाली औरतें दो दाने तम्बाकू जरूर खाती हैं और जेलों में भी कैदी के घरवाले कई बार धुम्रपाल लेकर जरूर जाते हैं. दिल्ली के व्यवसायी अरविंद तोमर ने बताया कि उन्होंने अपने साथ काम करनवाले व करने वाले लगभग 50 लोगों को पूर्ण रूप से धूम्रपान मुक्त कराया है. डॉ. अंजना चौधरी ने बताया कि एक्टिव स्मोकर को खतरा है साथ ही घर के अन्य सदस्य को भी धूएं से खतरनाक बीमारी लम्बे समय बाद बन जाती है. शिक्षक अर्निका ने बताया कि बच्चे घरवालों के लिए दुकान से धूम्रपान लाते हैं और व्यसन का शिकार भी होने लगते हैं. कई शिक्षक बच्चों के सामने गुटखा खाते हैं. डॉ. अनंग उपाध्याय ने बताया कि इच्छााक्ति मजबूत कर धूम्रपान त्यागें. डॉ. बीएस बघेल ने तम्बाकू से जीभ, गाल, टॉंसिल पर होने वाले प्रभाव को बताया. शुरुआत में छाले, सफेद धब्बे, मुंह का कम खुलना, गले की गांठ व अंत में कैंर होना होता है. डॉ. सीमा सिंह ने संचालन किया. इस अवसर पर यश चंद्रिका सिंह, देवेन्द्र नाथ दुबे, एलेश अवस्थी, ब्रिजेंद्र पाल सिंह, दाऊदयाल लोधी, लोकेंद्र सिंह, धीरेंद्र पाल राठौर, अशोक चौबे, शिवराज सिंह पाल, डॉ. मनोज भारद्वाज व डॉ. साक्षी भारद्वाज, सत्यशील वाष्र्णेय, सुनील बघेल, सुशांत राजपूत, चेतन शर्मा, समृद्धि आदि ने भाग लिया.