अंसारी सही,मोदी गलत
गणतंत्र दिवस के दिन हामिद अंसारी द्वारा तिरंगे को सलामी न दिए जाने पर विवाद गहराता जा रहा है. समारोह में राष्ट्रगान के समय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर परिकर तिरंगे को सलामी दे रहे थे, जबकि उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सावधान की मुद्रा में खड़े थे।
उपराष्ट्रपति कार्यालय में ऑफिसर ऑफ स्पेशल ड्यूटी गुरदीप सिंह सप्पल ने ट्विटर पर कहा कि गणतंत्र दिवस पर ‘जब राष्ट्रगान गाया जा रहा हो, केवल मुख्य पदाधिकारी और वर्दी पहने व्यक्ति ही सलामी ले सकते हैं। जो सामान्य कपड़ों में होते हैं, वे सावधान की मुद्रा में खड़े होते हैं।’
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति ही मुख्य पदाधिकारी होते हैं, क्योंकि वही तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर हैं। प्रोटोकाल के मुताबिक, वही सलामी लेंगे और उपराष्ट्रपति सावधान की मुद्रा में खड़े होंगे। यदि किसी कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति मुख्य पदाधिकारी हों तो वह राष्ट्रगान के वक्त वह सिर पर एक टोपी पहनकर सलामी ले सकते हैं। भारत में तिरंगे को लेकर बने नियमों के मुताबिक, जब राष्ट्रगान गाया जा रहा हो उस समय जो सामान्य कपड़ों में होते हैं उन्हें झंडे की ओर देखते हुए सावधान की मुद्रा में खड़ा होना होता है।
प्रोटोकाल की मानें तो सोमवार को गलती प्रधनमंत्री मोदी ओर रक्षामंत्री परिकर ने की थी न कि हामिद अंसारी ने। सोशल मीडिया में सोमवार को 2003 के गणतंत्र दिवस समारोह की एक तस्वीर भी शेयर की गई, जिसमें उस समय के राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सलामी ले रहे थे, जबकि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सावधान की मुद्रा में खड़े थे।