आगरालीक्स…(Agra News 20th May)आगरा में कोरोना के केस कम हुए हैं, एसएन में एक भी मौत नहीं हुई तो सरकारी रिकार्ड में 48 घंटे में 19 मौत कैसे हो गईं, सवाल पर मीडिया से डीएम प्रभु एन सिंह का कहना है कि कोरोना से अप्रैल में मौत हुई थी,डेट आडिट के बाद पोर्टल पर मौत का रिकार्ड देर से दर्ज हुआ है, अभी केस भी कम हुए हैं और मौत भी कम हैं।
दो दिन में 19 मौत से लोग दहशत में
प्रशासन द्वारा हर रोज कोरोना के नए केस और मौत का आंकडा जारी करता है। 19 मई को प्रशासन ने कोरोना से नौ की मौत और 20 मई को कोरोना से 10 मरीजों की मौत का आंकडा जारी किया। कोरोना के केस कम होने के बाद मरीजों की मौत के आंकडे बढने से लोग दहशत में हैं। केस कम हो रहे हैं लेकिन मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है।
एसएन में नहीं हुई एक भी मौत
एसएन में मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। 19 और 20 मई को एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हॉस्पिटल में एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। ऐसे में दो दिन में 19 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत कैसे हो गई।
डीएम का मीडिया से यह है कहना
डीएम प्रभु एन सिंह का मीडिया से कहना है कि अप्रैल में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुई, ये मौतें भी अप्रैल में हुई थीं लेकिन उस समय आपरेटर की कमी थी। इसलिए मौत का ब्योरा दर्ज नहीं किया जा सका था। एक एक मरीज की डेथ आडिट रिपोर्ट आने के बाद मरीजों की मौत का ब्योरा पोर्टल पर दर्ज किया गया है।
2020 में भी रिकार्ड में हुई थी गडबडी
पिछले साल 2020 में भी पोर्टल पर कोरोना पाजिटिव मरीजों की मौत का ब्योरा दर्ज करने में गडबडी हुई थी, एक मरीज का ब्योरा दो दो बार दर्ज कर दिया गया था। इसकी जांच कराई गई, जांच में मामला पकडा गया था, इसके बाद पोर्टल में रिकार्ड संशोधित किया गया था।