26.5 lakh plastic bottles of indelible ink will be used in the Lok Sabha elections, a 10 ml bottle can mark seven hundred people
नईदिल्लीलीक्स… लोकसभा चुनाव में लगेंगी अमिट स्याही की 26.5 लाख शीशियां। 20 मार्च तक राज्यों कोमिलेंगी। देश में इस बार बनेंगे 12 लाख मतदान केंद्र।
एक मतदान केंद्र पर होते हैं 1200 मतदाता
आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज चल रही हैं। चुनाव आयोग निर्वाचन के दौरान अमिट स्याही भेजने की तैयारी कर रहा है। 10 मिलीलीटर की एक शीशी का इस्तेमाल 700 लोगों की अंगुली पर निशान लगाने के लिए किया जा सकता है। आमतौर पर एक मतदान केंद्र पर 1,200 मतदाता होते हैं। देश में इस बार 12 लाख मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
20 मार्च तक सभी राज्यों को पहुंचा दी जाएंगी
आगामी लोकसभा चुनावों में मतदान की पुष्टि के तौर लगाई जाने वाली अमिट स्याही की 26.50 लाख शीशियां इस्तेमाल होंगी। देश में इस स्याही की एकमात्र उत्पादक मैसूर पेंट्स एंड वार्निश लि. (एमपीवीएल) के मुताबिक चुनाव आयोग के आदेश पर 20 मार्च तक सभी राज्यों को उनके हिस्से की स्याही पहुंचा दी जाएगी।
पारदर्शिता व निष्पक्षता का रंग
कर्नाटक सरकार की इस कंपनी के प्रबंध निदेशक के मोहम्मद इरफान ने बताया कि आयोग ने अमिट स्याही की 26.5 लाख से अधिक शीशियां उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। मतदान के बाद बाईं तर्जनी पर गहरा बैंगनी निशान छोड़ने वाली यह स्याही देश में चुनावों की पारदर्शिता व निष्पक्षता का रंग भी है।
इस बार प्लास्टिक की शीशियां होंगी
दिल्ली स्थित औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला द्वारा विकसित इस स्याही का एमपीवीएल 1962 से उत्पादन कर रही है।इरफान ने बताया कि आयोग की तरफ से 2.65 लाख लीटर स्याही का आदेश दिया गया है, जिसमें से 1.59 लाख लीटर 24 राज्यों को आपूर्ति की जा चुकी है। इरफान ने बताया कि अब तक शीशियां कांच की होती थीं, लेकिन इस बार प्लास्टिक की शीशियों में स्याही भरी जा रही है।