आगरालीक्स…आगरा में पिटबुल प्रजाति के 500 से ज्यादा डॉग्स हैं. 24 देशों में बैन है पिटबुल. लखनऊ हादसे के बाद अब आगरा में भी पिटबुल को लेकर डर. जानें कितना खूंखार होता है ये
लखनऊ के बंगाली टोल नाका में पिछले महीने जो हादसा हुआ, उसके बारे में अगर कोई जानता है तो वह कांप जाता है. हुआ कुछ यूं कि 80 वर्षीय महिला अपने पालतू डॉग्स पिटबुल और लेब्रेडोर को घुमाने निकली थीं. लेकिन इस दौरान अचानक पिटबुल आक्रामक हो जाता है और महिला को बुरी तरह से काटना शुरू कर देता है. खून से लथपथ महिला को पिटबुल काफी देर तक खाता है. चीखने चिल्लाने की आवाज आने पर लोग वहां आते हैं और पिटबुल को हटाने की कोशिश करते हैं लेकिन इसके बावजूद पिटबुल काफी देर तक महिला पर हमला करता रहता है. गंभीर रूप से घायल महिला की अस्पताल में मौत हो जाती है. इस हादसे के बाद से लोगों में पिटबुल प्रजाति के डॉग्स को लेकर डर छाने लगा है.
आगरा में भी पिटबुल प्रजाति के करीब 500 से ज्यादा डॉग्स हैं, लेकिन लखनऊ हादसे के बाद से पिटबुल मालिकों में इनको लेकर खौफ देखा जा रहा है. पशु चिकित्सकों के पास हर रोज लोग पिटबुल को कहीं और दिलवाने या उसे ट्रेनिंग दिलाने की मांग के लिए यहां पहुंच रहे हैं. आगरा के पशु चिकित्सकों का कहना है कि पिटबुल और रॉटवीलर की तरह हर बड़ी प्रजाति के कुत्ते से लोग डर रहे हैं. छोटी ब्रीडों की तरफ इनका रूझान बढ़ गया है.
जानें पिटबुल के बारे में
पिटबुल एक क्रॉस ब्रीड है यह गार्ड डॉग के रूप में जाना जाता है.
यह एक गुस्सैल और आक्रामक ब्रीड मानी जाती है, इसे शिकारी कुत्ता भी कहा जाता है.
पिटबुल को लगभग 24 देशों में प्रतिबंधित किया हुआ है.
जब यह किसी पर हमला करता है तो इसे रोकना या भगाना काफी मुश्किल हो जाता है
भारत में यह आसानी से मिल जाता है
प्रथम विश्व युद्ध में अमेरिका सेना ने पिटबुल को शामिल किया था और बाद में इसे मेडल भी मिला था.