आगरालीक्स…आगरा का एक ऐसा कैफे, जहां इंडियन साइन लेंग्वेज में लिया जाता है खाने का आर्डर.. इसके पीछे एक इंजीनियर का दिमाग…जिनको एक घटना से मिली ऐसा कैफे खोलने की प्रेरणा…पढ़ें एक शानदार खबर
आगराइट्स खाने के शौकीन हैं और यहां एक से बढ़कर एक रेस्टोरेंट और कैफे हैं, लेकिन आगरा में एक ऐसा कैफे भी है जिसकी खासियत ही उसे सबसे अलग बनाती है. इस कैफे का नाम है बीएम कैफे Bread n Mime Café. फतेहाबाद रोड स्थित इस कैफे की खासियत ये है कि यहां खाने का आर्डर बोलकर नहीं बल्कि इशारों में लिया जाता है. इसका कारण ये है कि यहां का स्टाफ बोल और सुन नहीं सकता. ये कस्टमर्स से इंडियन साइन लेंग्वेज में बात करते हैं और खाने का आर्डर लेते हैं.

एक इंजीनियर के दिमाग ने खोला ये कैफे
आगरा में खुले इस Bread n Mime Café के पीछे एक इंजीनियर का दिमाग है. इनका नाम तविश वशिष्ठ है. तविश वशिष्ठ ने चेन्नई के एक कॉलेज से बीटेक किया है और वह पेशे से इंजीनियर हैं. कुछ दिनों तक इन्होंने मुंबई में काम किया. इनका मन एक कैफे खोलने का था, जिसके लिए इन्होंने कुछ समय तक एक कैफे में भी काम किया. तविश ने बताया कि एक दिन कैफे में ऐसे लोग काम मांगने आए जो कि बोल और सुन नहंी सकते थे, लेकिन उन्हें काम नहीं मिला.
तविश बताते हैं कि ऐसे लोगों को काम मिले जो कि काफी डिजर्व भी करते हैं को लेकर उनके दिमाग में कैफे खोलने का यूनिक कांसेप्ट आया. इसके लिए उन्होंने यूट्यूब और इंटरनेट के माध्यम से इंडियन साइन लेंग्वेज भी सीखी. बाद में आगरा के फतेहाबाद रोड पर पिछले साल कोरोना काल में इस कैफे को खोला. कैफे में तीन ऐसे लोग स्टाफ में हैं जो कि बोल और सुन नहीं सकते. उनके इस स्टाफ ने भी उन्हें इस भाषा को सिखाने में काफी मदद की जिसके बाद चीजें आसान होती गईं.

इस तरह काम करता है कैफे का सिस्टम
तविश बताते हैं कि कैफे में आने वाले कस्टमर्स को पता नहीं होता है कि हमारा स्अज्ञफ बोल और सुन नहीं सकता है. ऐसे में कस्टमर को कोई दिक्कत न हो इसके लिए उन्होंने अपना सिस्टम उस तरह से डिजान किया है. इस प्रक्रिया में सबसे पहले कस्टमर टेबल पर आकर बैठता है और एक स्विच ऑन करता है. स्विच ऑन करते ही रिसेप्शन पर एक बल्व जलता है और जैसे ही बल्व जता है तो पता चल जाता है कि कोई नया कस्टमर टेबल पर आया है. कस्टमर के आगे मेन्यू कार्ड होता है. इसके साथ ही बहुत सारे इंग्लिश में साइन भी लिखे हुए हैं जिन्हें आप दिखाकर कुछ भी ऑर्डर कर सकते हैं. इसके अलावा मैन्यू के आधार पर एक पेपर पर लिख कर भी आप अपना आडॅर दे सकते हैं.

कस्टमर्स का रेस्पांस अच्छा, स्टाफ भी काम के प्रति सजग
तविश वशिष्ठ का कहना है कि ये लोग भले ही बचपनसे बोल और सुन नहीं सकते हैं लेकिन अपने काम के प्रति ये पूरी तरह से सजग रहते हैं. कैफंे में आने वाले लोग भी इनकी तारीफ करते हैं. कस्टमर का रेस्पांस काफी अच्छा है ओर वे स्टाफ से मिलने के बाद बेहद अच्छा महसूस करते हैं.