आगरालीक्स…शरीर में दर्द कहीं का भी हो, वो होता बहुत तकलीफदेह है. आगरा के एसएन में हुई पेन मैनेजमेंट पर वर्कशॉप. सभी दर्द के अत्याधुनिक उपचार बताए….
आगरा में शनिवार को एसएन मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया विभाग द्वारा दर्द निवारण (पेन मैनेजमेंट) के संबंध में एक कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला का उद्घाटन एसएन मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. सरोज सिंह गाइनेकोलॉजी विभागाध्यक्ष, डॉ त्रिलोक चंद ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन एवं डॉ. अमृता गुप्ता ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री द्वारा किया गया. कार्यशाला में वरिष्ठ डाक्टर व देश के अनेक प्रांतों से जाने-माने वरिष्ठ दर्द निवारक स्पेशलिस्ट ने भाग लिया. कार्यशाला में सभी विभागों के ट्रेनिंग डॉक्टर को पढ़ाया गया एवं दर्द निवारण की महत्ता को बतलाया गया. सिर दर्द, कैंसर दर्द, चेहरे के दर्द, घुटनों के दर्द एवं कमर के दर्द के अत्याधुनिक उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया एवं चर्चा की गई.
कैंसर से पीड़ित मरीजों को आखिरी समय तक पूरी तरह दर्द रहित रखने के सारे उपलब्ध तकनीक की जानकारी एसजीपीजीआई से आईं डॉ. आकांक्षा ने दी. सिर दर्द का कारण जानने के बाद अल्ट्रासाउंड एवं एक्स-रे मशीन की मदद से नर्वस ब्लॉक लगाकर काफी लंबे समय के लिए दर्द से राहत दिया जा सकता है, इसकी जानकारी डॉ. आरएमएल अस्पताल दिल्ली में सीनियर कंसलटेंट डॉ नमिता ने दी. घुटने के दर्द से राहत के लिए अल्ट्रासाउंड से जेनिकुलर नर्वस ब्लॉक करके प्रत्यारोपण जैसे बड़े ऑपरेशन को टाला जा सकता है और ऑपरेशन के बाद भी अगर दर्द रह जाता है तो उसके लिए भी यह उपचार बहुत कारगर है. यह सारी बातें अलीगढ़ से आए सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर आफताब के द्वारा बतलाई गई.

दिल्ली के सर गंगाराम अस्प्ताल से आए डॉ. मिथिलेश कुमार ने बताया कि कमर का दर्द कितना भी पुराना या जटिल हो, उसका उपचार संभव है और वह भी बिना किसी ऑपरेशन के. थोड़ी सी जांच के बाद पहले दर्द किस जगह से आ रहा है उसका पता किया जाता है फिर उसका परमानेंट इलाज करते हैं. कमर का दर्द अक्सर गलत तरीके के बैठने, उठने व ज्यादा वजन उठाने के कारण हो सकता है. दिन भर बैठे रहना व मोबाइल पर लगे रहने से भी कमर का दर्द हो सकता है. अधिक मोटापे की वजह से भी कमर का दर्द हो सकता है. सही खानपान व नियमित योगा या व्यायाम अपनाकर व अपने शरीर को कार्यशील रखकर व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है. वहीं आरएमएल अस्पताल दिल्ली से आए डॉ. आंचल ने चेहरे पर होने वाले दर्द का उपचार एवं नर्वस ब्लॉक के बारे में विस्तार से बताया. एक जटिल समस्या ट्राईजैमिनल न्यूरेलजिया का भी इलाज बताया गया. दिल्ली से प्रोफेसर डॉक्टर नमिता सारस्वत, यूपी आईएसए की वाइस प्रेसिडेंट डॉ. वंदना कालरा एवं सेक्रेटरी डॉ रजनीश मिश्रा, डॉ. मनी वहल, प्रोफेसर डा. अपूर्व अभिनंदन मित्तल, प्रो. डॉ. मोहिद अहमद भी उपस्थित थे.
प्राचार्य एसएन मेडिकल कॉलेज प्रोफेसर डॉक्टर प्रशांत गुप्ता द्वारा कहा गया कि इस तरह के कार्यक्रम संस्थान में समय-समय पर आयोजित होते रहेंगे, जिससे कि हमारे छात्र व डॉक्टर को समय-समय पर नई तकनीकों से अपडेट होते रहें.