आगरालीक्स …हेयर ट्रांसप्लांट के लिए अब दाढी के पीछे के हिस्से के साथ ही पीठ और छाती के बाल इस्तेमाल किए जा रहे हैं। एक बार हेयर ट्रांसप्लांट फेल होने और सिर के पीछे के हिस्से में कम बाल होने पर दाढी और छाती के बालों का ही इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके रिजल्ट भी बहुत अच्छे हैं, सारस्वत हॉस्पिटल, सिकंदरा में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्मेटिक सर्जरी एंड एस्थेटिक मेडिसिन की तीन दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन शनिवार को फॉल्युकुलर यूनिट एक्सट्रेक्शन (एफयूई) का प्रशिक्षण दिया गया।
हेयर ट्रांसप्लांट स्पेशलिस्ट डॉ सत्या सारस्वत ने बताया कि अभी तक सिर के पीछे से बाल लेकर, सिर के जिस हिस्से में बाल नहीं हैं, वहां ट्रांसप्लांट किए जाते हैं। मगर, कुछ केस में सिर के पीछे के हिस्से में भी बाल नहीं होते हैं, बाल होते हैं तो उनकी गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है। वहीं, एक बार ट्रांसप्लांट फेल होने के बाद सिर के पीछे के हिस्से के बालों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके लिए दाढी, पीठ और छाती के बालों को एफयूई के माध्यम से निकाला जाता हैं, इनकी सिर के जिस हिस्से में बाल नहीं है, वहां ग्राफ्टिंग की जाती है। हॉस्पिटल में चल रही कार्यशाला में लौकी पर एफयूई की गई और डमी पर ग्राफ्टिंग की।
9 से 12 महीने में निकल आते हैं सामान्य बाल
हेयर ट्रांसप्लांट के 15 दिन तक विशेष ध्यान रखना होता है, 25 दिन के बाद बाल सामान्य तरीके से पनपने लगते हैं और तीन महीने बाद सामान्य बाल दिखाई देने लगते हैं। वहीं, नौ से 12 महीने में सिर पर सामान्य बाल दिखाई देते हैं, ये सफेद हो रहे हैं तो डाई भी की जा सकती है।
15 से 25 रुपये में दो बालों की ग्राफ्टिंग
हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान एक साथ दो बालों की ग्राफ्टिंग की जाती है, इसका खर्चा 15 से 20 रुपये आता है। एक शिटिंग में एक से डेढ हजार बालों की ग्राफ्टिंग कर दी जाती है।
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