आगरालीक्स ….आगरा में नव निर्वाचित पार्षद बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने के लिए प्रेरित करेंगे, क्यों जरूरी है बच्चों को पोलियो ड्राप पिलवाना जानें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि छह दिन तक चलने वाले पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में पहले दिन बूथ पर और अन्य पांच दिन घर-घर जाकर बच्चों को पोलियों की दवा पिलाई जाएगी। सीएमओ ने बताया कि अभियान के दौरान नवनियुक्त पार्षद पिछले राउंड में दवा न पिलाने वाले परिवारों को बूथ दिवस पर ही दवा पिलाने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही अभियान के दौरान भी अपने क्षेत्र में लोगों को जागरुक करेंगे।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि जिले भर में पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में लगभग 6.80 लाख बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। इसके लिए जनपद में अभियान के पहले दिन 2542 बूथों पर पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी। डीआईओ ने बताया कि अभियान के आखिरी पांच दिन 1718 टीमें घर-घर जाकर भ्रमण करेंगी और बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाएंगी।
डीआईओ ने बताया कि पोलियो की दवा पाँच वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिये आवश्यक है। यह दवा जन्म पर, छठे, दसवें व चौदहवें सप्ता्ह में फिर 16 से 24 माह की आयु में बूस्टर की खुराक दी जानी चाहिए। पाँच वर्ष तक की आयु के बच्चों को बार-बार खुराक पिलाने से इस बीमारी से लड़ने की क्षमता बढ़ती है जो पोलियो के विषाणु को पनपने से रोकती है। पोलियो या पोलियोमेलाइटिस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है। यह पोलियो वायरस से होता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक मल द्वारा फैलता है। साथ ही यह वायरस जिस भी व्यक्ति में प्रवेश करता है उसके मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है जिसकी वजह से लकवा भी हो सकता है।
रैली के दौरान उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सुशील कुमार, अर्बन कोऑर्डिनेटर आकाश गौतम, विश्व स्वास्थ्य संगठन एसएमओ डॉ. संदीप ठक्कर, यूनिसेफ के डीएमसी राहुल, यूएनएडीपी के वीसीसीएम शिव कुमार तिवारी, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, लिंक कार्यकर्ता, पल्स पोलियो अभियान के सपोर्टिंग स्टाफ, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, अपर शोध अधिकारी एसपी सत्संगी सहित यूनिसेफ के बीएमसी मौजूद रहे।
अभियान: एक नजर में
लक्षित लाभार्थी बच्चे- 6.80 लाख
गृह भ्रमण टीम- 1718
ट्रांजिट टीम- 101
मोबाइल टीम- 43